रायपुर। हममे से कई सारे लोगो को नींद में बातें करने की आदत होती है, दुनिया में करीब 5% लोग एसे है जो नींद में बातें करते है अगर आप भी उनमे स...
रायपुर। हममे से कई सारे लोगो को नींद में बातें करने की आदत होती है, दुनिया में करीब 5% लोग एसे है जो नींद में बातें करते है अगर आप भी उनमे से एक हो तो कोई गभराहट की जरुरत नहीं है क्यूंकि यह एक सामान्य बात है. आज इस आर्टिकल में हम बात करने वाले है की लोग नींद में क्यों बाते करते है?
नींद में बात करने की आदत कोई बीमारी नहीं है लेकिन जब भी कोई भी इन्सान नींद में बातें करता है तो इसके आसपास में सोने वाले लोगो को Disturb जरुर होता है.
एक बार स्कूल में जाने वाले बच्चो पर अध्धयन किया गया तो पता चला की नींद में बड़बड़ाने की आदत 3 से 10 साल तक के बच्चो में बहोत ही ज्यादा होती है. जैसे-जैसे आप बड़े होते हो तब यह समस्या अपने आप खत्म हो जाती है.
चलिए जानते है की लोग नींद में क्यों बातें करते है?
नींद में बातें करने की आदत के लिए कई तरह का वातावरण जिम्मेदार होता है जिसे की ज्यादा स्ट्रेस, शराब पीना या देर रात तक जगे रहेना. इसके आलावा और भी वजह हो सकती है. चलिए जानते है.
आनुवांशिक लक्षण:-
कभी-कभी यह आदत आनुवांशिक भी आती है. यदि आपके परिवार में आपके माता-पिता या किसीको नींद में बातें करने की आदत है तो आप भी इस आदत का शिकार हो सकते हो.
नींद की बीमारी:-
यदि आपको स्लीप एप्निया और कन्फ्यूजन एराउजल जैसी नींद की समस्या है तो आपको नींद में बड़बड़ाने के आदत लग सकती है.
मानसिक बीमारी:-
अगर आप एक वयस्क इन्सान हो और फिर भी आपको नींद में बड़बड़ाने की आदत है तो इसका कारन है की आप बहोत ही ज्यादा स्ट्रेस लेते हो जिसकी वजह से आपकी नींद अच्छी नहीं हो रही है और आपको यह तकलीफ होती है
दवाई:
इसके अलावा कई लोग बहोत ही सालो से दवाई खा रहे होते है जिनका असर उनकी नींद पर और दिमाग पर होता है जिसकी बदलोत भी आपको नींद में बोलने की आदत हो जाती है. ज्यादातर दवाई से नींद ही आती है लेकिन कुछ दवाईया एसी भी होती है जो आपकी नींद को कम कर देती है. मोंटेल्युकास्ट नामक दवाई का सेवन करने से नींद में बड़बड़ाने की समस्या बढ़ सकती है.
नींद में बडबडाने की आदत से छुटकारा कैसे पाए?
वैसे हमने पहेले ही आपको बताया की यह कोई भी बीमारी नहीं है फिर भी यदि आपको लगता है की यह समस्या हर दिन बढ़ रही है तो आप डॉक्टर के पास जाकर उनकी राय के हिसाब से अपनी इस आदत को ठीक कर सकते हो.
इसके अलावा आप नियमित योगा या मेडीटेसन करके भी इस समस्या से छुटकारा पा सकते हो।
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