रायपुर। शनिवार रात करीब 3 बज रहे थे, हर कोई गहरी नींद में था। तभी कुछ लोग आग.. आग... कहकर शोर मचाने लगे। एक दूसरे का दरवाजा पीटकर पड़ोसियों ...
रायपुर। शनिवार रात करीब 3 बज रहे थे, हर कोई गहरी नींद में था। तभी कुछ लोग आग.. आग... कहकर शोर मचाने लगे। एक दूसरे का दरवाजा पीटकर पड़ोसियों को उठाने लगे। 4 बाइक, 2 कार और 1 जीप आग का गोला बनकर धधक रही थी। किसी की कुछ समझ नहीं आया कि ये कैसे हुआ। तभी मनमोहन नाम के व्यक्ति ने फायर ब्रिगेड को सूचना दी और पुलिस को बुलाया। मामला स्टेशन रोड से लगे नर्मदापारा इलाके का है। किसी ने यहां गली में खड़ी 7 गाडिय़ों को आग के हवाले कर दिया था। जांच के बाद अब पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले सिरफिरे को पकड़ लिया है।
-कार छोड़ छह गाडिय़ां पूरी तरह जली
सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम ने गाडिय़ों में लगी आग पर काबू पा लिया। मगर एक कार को छोड़ लगभग सभी 6 गाडिय़ां पूरी तरह से जल चुकी थीं। कार के मालिक मनमोहन ने बताया कि मेरी सफेद रंग की सेलेरियो कार हमेशा घर के बाहर ही खड़ी रहती थी। रात को जब मुहल्ले में शोर की वजह से नींद टूटी तो मैं घर की बालकनी में पहुंचा। मैंने देखा कि मेरी कार जल रही थी। मेरे पडोसी रविंद्र कुमार की टाटा इंडिगो का पिछला हिस्सा भी जल गया। पास में ही खड़ी दीपिका नायडू की स्कूटी भी जल गई। सुमन ऑटो सेंटर के पास रखी तीन बाइक भी पूरी तरह जल गई। चश्मदीद शेष ने बताया कि मैं अपनी जीप हमेशा अपने घर के दरवाजे के पास खड़ी रखता था। बीती रात भी ऐसा ही किया। लोगों ने मेरा दरवाजा खटखटाकर बताया कि मेरी जीप जल रही है। मैंने देखा कि उसकी सीट और गाड़ी के बोनट के अंदर आग लग चुकी थी। लपटों की वजह से मेरे पड़ोस में रहने वाले अश्वनी जंघेल के मकान का एक हिस्सा भी जल गया। लकड़ी के खप्पर वाले मकान में भी नुकसान हुआ। आग किसने लगाई कुछ समझ नहीं आया। मैंने भी पुलिस को सूचना दी। इसके बाद थाने जाकर स्नढ्ढक्र दर्ज करायी।
-कैमरे में कैद हुआ सिरफिरा
आग आखिर किसने लगाई यह सवाल हर किसी के मन में था। पुलिस ने मोहल्ले में कुछ मकानों में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की। इस जांच में एक शख्स पेट्रोल की बोतल लेकर घूमता दिखा। पुलिस ने आस-पास के लोगों से इसके बारे में पूछताछ की। युवक नर्मदापारा का ही रहने वाला निकला। पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पुलिस से पूछताछ में आरोपी ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया। बड़ी मुश्किल से अपना नाम ललित नायडू बताया। इसके घर वालों से भी अब पुलिस संपर्क कर रही है। इसकी दिमागी स्थिति कुछ ठीक नहीं लग रही। गंज थाने की पुलिस अब इस युवक का मेडिकल टेस्ट भी करवा रही है, यह जानने की कोशिश जारी है कि आखिर क्यों आरोपी ने घटना को अंजाम दिया।
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