नई दिल्ली। दिल्ली की एक महिला को उसके पति ने सिर्फ इसलिए तीन तलाक दे दिया, क्योंकि महिला को बेटा पैदा नहीं हुआ था. मामला तब सामने आया जब पी...
नई दिल्ली। दिल्ली की एक महिला को उसके पति ने सिर्फ इसलिए तीन तलाक दे दिया, क्योंकि महिला को बेटा पैदा नहीं हुआ था. मामला तब सामने आया जब पीड़िता हुमा हाशिम ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. महिला ने अपने ऊपर हुए दर्दनाक दास्तान के बारे में बताया.
महिला ने बताया कि ट्रिपल तलाक देने के बाद पति ने गुजारा भत्ता देने से भी इंकार कर दिया. उन्होंने बताया कि उनकी दो बेटियां हैं, जिनकी उम्र 20 साल और 18 साल है. पति ने उनके सिर्फ इसलिए तलाक दे दिया क्योंकि उनको बेटा नहीं हुआ. महिला ने बताया कि उनका पति हमेशा से बेटा चाहता था.
महिला ने बताया कि बेटा करवाने के चक्कर में कई बार उनका गर्भपात करवाया गया. महिला ने बताया कि बेटा पैदा करने को लेकर पति हमेशा गुस्से में रहता था. वह बेटियों पर हाथ उठाता था और उन्हें मारता था. महिला ने बताया कि एक बार वह बेटी को मार रहा था, जब उन्होंने बचाने की कोशिश की तो पति ने उन्हें भी लात-घूसों से मारा.
महिला ने बताया कि पति ने उन पर थूका भी था. इसके बाद तीन तलाक दे दिया. महिला को जब पति ने प्रताड़ित किया, तो उन्होंने पुलिस से न्याय की गुहार लगाई. हालांकि पुलिस ने भी केस पर कोई ध्यान नहीं दिया तथा न ही महिला की कोई मदद की थी. जब पति ने गुजारा भत्ता देने से इंकार कर दिया तब महिला अपनी दोनों बेटियों के साथ कोर्ट न्याय के लिए पहुंचीं.
ट्रिपल तलाक को लेकर सरकार कानून बना चुकी हैं, लेकिन आज भी महिलाएं इस दर्द से गुजर रही हैं. ताजा मामला राजधानी दिल्ली का है, जहां एक महिला को बेटा न पैदा करने की सजा दी गई. पीड़िता हुमा हाशिम को जून 2020 में सिर्फ इसलिए तीन तलाक दिया गया, क्योंकि वह बेटे को जन्म नहीं दे पाईं. ये
कि तीन तलाक पर कानून बन चुका है. इसके बावजूद भी ट्रिपल तलाक के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. पति अपनी पत्नी को मोटी या पतली जैसे अजीबोगरीब कारण बताकर भी तीन तलाक दे रहे हैं, लेकिन अच्छी बात ये है कि महिलाएं अब न्याय मांगने के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटा रही हैं।
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