अबेर न्यूज। भारतीय किचन में सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली सामग्री अपने आपमें एक तरह की औषधि होती हैं. खसखस में आयरन, कॉपर, कैल्शियम जैसे ...
अबेर न्यूज। भारतीय किचन में सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली सामग्री अपने आपमें एक तरह की औषधि होती हैं. खसखस में आयरन, कॉपर, कैल्शियम जैसे मिनरल पाए जाते हैं. जो शरीर को मजबूर बनाने का काम करते हैं.पॉपी सीड्स हमें नींद लाने और दिमाग शांत रखने में मदद करते हैं. इसमें फाइबर बहुत ज्यादा मात्रा में होता है. फाइबर हमाारे पाचन तंत्र को साफ रखने में कार्य करता है.
इसी के साथ पाचन सही तरीके से होता है तो पेट में एसिडिटी और गैस जैसी समस्याएं नहीं होती हैं. साथ ही कब्ज की दिक्कत भी दूर रहती है.यदि डाइट में खसखस का उपयोग किया जाए तो शुगर की बीमारी से अपने बचाव में सहायता मिल सकती है. साथ ही इसी के साथ यदि किसी को शुगर हो चुकी है तो वो इसे नियंत्रित रखने में भी खसखस का उपयोग कर सकते हैं.
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इसमें कैल्शियम और जिंक पाया जाता है. ये हमारी हड्डियों को मजबूत बनाए रखने का काम करते हैं. इसके साथ पॉपी सीड्स में फॉस्फोरस भी पाया जाता है, जो बोन्स को वॉल्यूम बढ़ाने में हेल्प करता है.ओमेगा-6 फैटी एसिड, प्रोटीन, फाइबर से भरपूर होने के साथ ही खसखस में फाइटोकेमिकल्स, विटामिन बी, थायमिन, कैल्शियम और मैंगनीज भी पाया जाता है, जो पोषण ते लिहाज से बहुत फायदेमंद है.
इसी के साथ खसखस को दूध में पीसकर फेसपैक के तौर पर अपने चेहरे पर लगाए. इससे त्वचा को नमी मिलती है. चेहरे में ग्लो आता है. प्राकृतिक चमक मिलती है.इसी के साथ छोटी-छोटी समस्याएं जैसे ज्यादा प्यास लगना, बुखार, सूजन या पेट में होने वाली जलन से आराम पाने के लिए खसखस का प्रयोग किया जाता है. पेट में बढ़ने वाली गर्मी को भी शांत करने में ये मददगार होता है।
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