राजस्थान। बीकानेर से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसके बाद शादी के घर की खुशी मातम में बदल गई. सुभाषपुरा में निकाह के बाद विदाई के समय दूल्हन क...
राजस्थान। बीकानेर से एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसके बाद शादी के घर की खुशी मातम में बदल गई. सुभाषपुरा में निकाह के बाद विदाई के समय दूल्हन की तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे पीबीएम अस्पताल ले गए लेकिन वहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। यह सुनते ही दुल्हन के परिजनों की रुलाई फुट पड़ी। परिवार के लोग सदमे में आ गए। हालात यह हो गए कि शादी वाले घर पर दुल्हन की मौत की खबर कौन दे। दुल्हन बनी बेटी की मौत से पिता पर तो दुखों का पहाड़ सा टूट पड़ा
घटना सदर थाना क्षेत्र के सुभाषपुरा की है। सूचना मिलने पर सदर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। थानाधिकारी एवं प्रशिक्षु आरपीएस जरनैलसिंह ने बताया कि कोतवाली थाना क्षेत्र के फारसों का चौक निवासी महफूज अली की बेटी 20 वर्षीय बेटी फरजाना का निकाह के बाद विदाई कार्यक्रम सुभाषपुरा में चल रहा था। इसी बीच अचानक दुल्हन की तबीयत बिगड़ गई। परिजन उसे तुरंत पीबीएम अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने दुल्हन की मौत पर किसी तरह की आशंका नहीं जताई है। इस संबंध में मर्ग दर्ज कराई गई है।
दुल्हन की तबीयत खराब होने पर तुरंत पीबीएम अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां चिकित्सकों ने दुल्हन को मृत घोषित कर दिया। यह सुनकर परिजनों के होश उड़ गए और उनकी रुलाई फूट पड़ी। वहां मौजूद स्टाफ ने उन्हें ढाढ़स बंधाया। पुलिस ने शव को अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया। परिजनों ने काफी देर तक दुल्हन की मौत की खबर घर पर नहीं दी लेकिन, देररात दुल्हन की मौत की खबर पहुंची तो घर में कोहराम मच गया
फरजाना अपनी शादी को लेकर खुश थी। उसकी सहेलिया और बहनें उसके के साथ हंसी-ठिठोली कर रही थी। अब ससुराल व पीहर पक्ष के लोग विदाई की तैयारी कर रही थे लेकिन, किसी ने सोचा नहीं था कि फरजाना हमेशा के लिए विदाई ले रही है। विदाई के समय अचानक तबीयत बिगड़ और वह गश खाकर नीचे गिर पड़ी। वह सबको रुलाकर हमेशा के लिए चली गई। परिवार पर मानों दुखों का पहाड़ टूट पड़ा
देर रात को जब दुल्हन की मौत की खबर पहुंची तो किसी को यकीन ही नहीं हुआ कि फरजाना अब नहीं रही लेकिन, होनी को कौन टाल सकता है। अब फरजाना परिजनों व रिश्तेदारों की यादों में ही रह गई। शाा तक यहां विवाह गीत व नाच-गाना हो रहा था वहां देर शाम सन्नाटा पसर गया। घर के एक कमरे से केवल सिसकियां सुनाई दे रही थी।
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