रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार शाम महात्मा गांधी की पुण्यतिथि शहीद दिवस के अवसर पर राजधानी के पुरानी बस्ती स्थित जैतूसाव मठ परिस...
रायपुर । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार शाम महात्मा गांधी की पुण्यतिथि शहीद दिवस के अवसर पर राजधानी के पुरानी बस्ती स्थित जैतूसाव मठ परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की चरखा चलाते हुए प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने प्रतिमा के अनावरण पर कहा कि महात्मा गांधी ने पूरी दुनिया को एकता, समानता तथा मानवता का महान संदेश दिया है। उनका यह संदेश पूरी मानव जाति के कल्याण के लिए आज भी प्रासंगिक है। कार्यक्रम में राजेश्री महंत रामसुदंरदास ने जैतूसाव मठ की ओर से छेरछेरा पर्व के अवसर पर एकत्र एक लाख 51 हजार रूपए का चेक मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सौंपा। मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे। उन्होंने इसी को हथियार बनाकर देश को आजादी दिलाने सहित पूरे समाज में समरसता भी कायम किया। छत्तीसगढ़ के रायपुर का जैतूसाव मठ आजादी के आंदोलन का एक प्रमुख केन्द्र रहा है, यह हमारे लिए गर्व का विषय है। गांधी जी ने यही से स्वतंत्रता के आंदोलनकारियों सहित समाज की एकता और उसे एक सूत्र में पिरोने के लिए अछूतोंद्धार तथा नारी उत्थान जैसे महत्वपूर्ण विषयों का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि जैतूसाव मठ एक धार्मिक आस्था का केन्द्र ही नहीं अपितु इसकी राजनीतिक और ऐतिहासिक धरोहर के रूप में भी विशिष्ट पहचान है। यहां महात्मा गांधी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू एवं इंदिरा गांधी तथा पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों का आगमन हुआ। इससे पता चलता है कि आजादी की लड़ाई और वैचारिक क्रांति जगाने में जैतूसाव मठ का कितना पुराना नाता रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी ने आज मानवता, प्रेम और भाईचारा का संदेश दिया, वह आज भी प्रासंगिक है। वर्तमान दौर में गांधी जी की विचारधारा को खंडित करने की कोशिश हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए लड़ाई लड़ने का संकल्प लेने की जरूरत है। देश की एकता, उन्नति और विकास के लिए जरूरी है कि हम सब नफरत से दूर रहे। उन्होंने युवाओं से वैमनस्यता एवं अलगाव की भावना को दूर रहने का संकल्प लेने का आह्वान किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत रामसुदंरदास ने कहा कि जैतूसाव मठ छत्तीसगढ़ में स्वतंत्रता के आंदोलनकारियों का केन्द्र रहा है। इस परिप्रक्ष्य में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सहित राष्ट्रीय स्तर के अनेक नेताओं का आगमन यहां हुआ था। इसी मंच से गांधी जी ने आंदोलनकारियों में देश की आजादी का मंत्र दिया था। इसी परिसर में उन्होंने चरखा भी चलाया था। जहां उनकी चरखा चलाते हुए कांस्य प्रतिमा स्थापित की गई है।
फोटो प्रदर्शनी लगाई
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस अवसर पर जैतूसाव मठ में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी विभिन्न घटनाओं पर आधारित फोटो प्रदर्शनी अवलोकन किया। प्रदर्शनी का आयोजन जिला जनसंपर्क कार्यालय रायपुर द्वारा किया गया था। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में महात्मा गांधी का छत्तीसगढ़ प्रवास, तीस जनवरी सन उन्नीस सौ अड़तालिस तथा छत्तीसगढ़ मित्र मासिक पत्रिका के जनवरी अंक का विमोचन किया।
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