Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE
Friday, March 14

Pages

Classic Header

Top Ad

ब्रेकिंग :
latest

Breaking News

- Advertisement - Ads " alt="" />" alt="" />

कांग्रेसी पदयात्रा कर किसानों के प्रति घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं: शिव वर्मा

अबेर न्यूज राजनांदगांव। जिला भाजपा पिछड़ा वर्ग के जिलाध्यक्ष शिव वर्मा ने कहां की कांग्रेसी पदयात्रा के बहाने किसानों के प्रति घड़ियाली आंसू ब...


अबेर न्यूज राजनांदगांव।
जिला भाजपा पिछड़ा वर्ग के जिलाध्यक्ष शिव वर्मा ने कहां की कांग्रेसी पदयात्रा के बहाने किसानों के प्रति घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार में थोड़ा भी किसानों के प्रति हमदर्द है तो 2 साल का बोनस कब दिया जाएगा इसकी तारीख की घोषणा तत्काल करें। ज्यादा धान खरीदी का ढिंढोरा पीटने वाले प्रदेश के सरकार अपने घोषणा पत्र मैं जो वादे गंगाजल की कसम खाकर कहा था उसे तत्काल पूरा कर गंगाजल की कसम का अपमान ना करें। प्रदेश सरकार के मुखिया जो अपने आप को किसान कहता है। यह भी नहीं मालूम कि बिना मेड के खेत की पहचान कर पाना असंभव है। और सरकार मेड का रकबा कटौती करना कहां का न्याय संगत है। कांग्रेस की सरकार में किसान परेशान है। आत्महत्या करने मजबूर हो रहे हैं। 25 रु.प्रति किलो में धान खरीदी करने का वादा करने वाले। अपने वादे से मुकर रहे है। उन्होंने कहा कि 70 सालों में किसानों की चिंता नहीं किया केवल लाल बहादुर शास्त्री थे जिन्होंने  कांग्रेस सहित तमाम विरोध के बावजूद भी देश में हरित क्रांति को लागू किया जिससे देश खाद्यान्न के मामले में आज आत्मनिर्भर हैं इसी तरह से मोदी सरकार द्वारा देश में लागू किए गए तीनों किसी कानून हरित क्रांति से आगे बढ़कर किसानों का मजबूत ताकतवर और समृद्धि बनाने का कार्य पूरा होगा जिस तरह से लाल बहादुर शास्त्री जी को हरित क्रांति देश में लागू कराने में विरोध का सामना करना पड़ा था वही स्थिति आज फिर से देश में दिखाई दे रही हैं मोदी सरकार के द्वारा लागू किए गए तीनों के कानून किसानों के विकास में क्रांतिकारी कदम है उन्होंने कांग्रेसी सहित कृषि कानूनों का विरोध करने वाले तमाम लोगों को चुनौती देते हुए कहा कि सार्वजनिक रूप से बताएं कि  क्या गलत है कौन सा प्रावधान किसान के विरोध में है केवल ख्याली पुलाव के आधार पर अच्छे कानून का विरोध करना कांग्रेश के राजनीतिक स्वार्थ को उजागर करता है उन्होंने कांग्रेस की पदयात्रा को नौटंकी करार देते हुए कहा कि किसानों के सच्चे हितेषी होते तो देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री लाल शास्त्री जी के हरित क्रांति  नीतियों के विरोध ना होता । एक तरफ गंगाजल को लेकर किसानों के साथ छलावा कर रहे हैं ना 2500 रु. मिला और ना 2 साल का बोनस आज किस मुंह से अपने आप को किसानो के पदयात्रा करें है।

No comments