रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर शहर में पहली बार बायो - बबल जोन बनाया जा रहा है । यह एक खास किस्म का प्रतिबंधित क्षेत्र होता है। कोविड ...
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर शहर में पहली बार बायो - बबल जोन बनाया जा रहा है । यह एक खास किस्म का प्रतिबंधित क्षेत्र होता है। कोविड के खतरे को ध्यान में रखते हुए इसे तैयार किया जा रहा है। दरअसल छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 2 मार्च से 21 मार्च तक सचिन, सहवाग, ब्रायन लारा, जोंटी रोड्स जैसे दिग्गज क्रिकेटर एक टूनार्मेंट में शामिल होने आ रहे हैं। इसी सिलसिले में कलेक्टर डॉ एस भारतीदासन ने होटल मेंफेयर को बायो- बबल जोन घोषित कर दिया है। दिग्गज खिलाड़ी इसी होटल और रिसॉर्ट में रहेंगे। जिला प्रशासन ने रिसॉर्ट और होटल के पूरे एरिया को 22 फरवरी से 22 मार्च तक बायो-बबल जोन बना दिया है। इस बीच कोई भी बाहरी व्यक्ति रिसॉर्ट में दाखिल नहीं हो सकेगा।
सुनील गावस्कर की कंपनी ने रखी थी मांग
रोड सेफ्टी वर्ल्ड क्रिकेट टूनार्मेंट का आयोजन हर साल पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर की कपंनी करती है। इस टूनार्मेंट में लोगों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरुक किया जाता है। दुनिया के दिग्गज प्लेयर्स के बीच इस टूनार्मेंट में मैच होता है। प्रोफेशनल मैनेजमेंट ग्रुप नाम की कंपनी ने जिला प्रशासन ने रिसॉर्ट को बायो-बबल जोन बनाने की मांग की थी। इस पर कलेक्टर ने एसएसपी और प्रशासनिक अफसरों के साथ बैठक की। इस बैठक के बाद यह तय किया गया कि मेफेयर होटल और लेक रिसॉर्ट को बायो-बबल बनाया जाएगा। सोमवार को कलेक्टर ने इसे लेकर निर्देश जारी कर दिए।
जानिए बायो-बबल क्या है?
आईपीएल के दौरान बायो-बबल ये शब्द प्रचलन में आया। तब भी क्रिकेटर्स की सेहत को ध्यान में रखते हुए इस जोन को तैयार किया गया। आसान भाषा में कहें तो ये एक ऐसा वातावरण है, जिसमें रहने वाला बाहरी दुनिया से पूरी तरह कट जाता है। यानी, टूनार्मेंट में हिस्सा ले रहे प्लेयर, सपोर्ट स्टाफ, मैच आॅफिशियल यहां तक की होटल स्टाफ और कोरोना टेस्ट करने वाली मेडिकल टीम तक को तय दायरे के बाहर जाने की अनुमति नहीं है। इसके दायरे में रहने वाला बाहरी दुनिया के किसी भी व्यक्ति के संपर्क में नहीं आ सकता।
ऐसे काम करता है बायो बबल जोन
टूनार्मेंट में हिस्सा ले रहे सभी खिलाड़ियों, कोच, सपोर्ट स्टाफ का रायपुर पहुंचने से पहले कोरोना टेस्ट होगा। रायपुर आने के बाद सचिन, सहवाग, ब्रायन लारा, मुरलीधरन जैसे क्रिकेटर्स को सात दिन के लिए क्वारैंटाइन किया जा सकता है। इस दौरान जरुरत पड़ने पर खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट किया जा सकता है। निगेटिव रिपोर्ट के साथ खिलाड़ी तैयारी में जुट जाएंगे। बबल में शामिल हर मेंबर को केवल ग्राउंड और उनके होटल में जाने की अनुमति होगी। इसके अलावा ये किसी से नहीं मिल सकेंगे। यहां तक की अपने फैन्स, दोस्त और रिश्तेदारों से भी नहीं। आईपीएल के वक्त टीवी ब्रॉडकास्ट में शामिल लोगों और बाकी स्टाफ को भी अलग बबल में रखा गया। बबल में शामिल किसी भी शख्स को टूनार्मेंट खत्म होने तक इसके बाहर जाने की अनुमति नहीं थी।
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