राजनांदगांव । नगर पालिक निगम इन दिनों शासकीय राशि का बंदर बांट इस कदर कर रहे हैं। जो कभी सपने में भी नहीं सोचे थे । इसी प्रकार इन दिनों नग...
राजनांदगांव । नगर पालिक निगम इन दिनों शासकीय राशि का बंदर बांट इस कदर कर रहे हैं। जो कभी सपने में भी नहीं सोचे थे । इसी प्रकार इन दिनों नगर पालिक निगम विकास के नाम पर आम जनता के साथ धोखा करते हुए गार्डन बनाने के नाम पर शासकीय राशि का बंदरबांट किए जा रहे हैं । नगर पालिक निगम के पूर्व अध्यक्ष व पार्षद शिव वर्मा ने बताया कि नगर निगम में इन दिनों विकास कार्य के नाम पर शासकीय राशि का बंदरबांट करते हुए शहर वासियों को धोखे में रखकर नया गार्डन बनाने का सपना दिखाते हुए शहर में नया नया गार्डन बनाए जा रहे हैं । जो कि नगर पालिक निगम अधीनस्थ विभिन्न वार्डों में पुराने गार्डन सवारने के बजाय गार्डन को स्वरूप को बंजर करने की नियत से निगम प्रशासन पुराने गार्डन को सुध नहीं ले पा रहे हैं । और शहर के कई वार्डों में करोड़ों रुपए का गार्डन बनवाए जा रहे हैं । श्री वर्मा ने आगे बताया कि पुराने गार्डन में ओपन जिम लगे हुए हैं। उसका रिपेयरिंग करने के लिए निगम के पास समय नहीं है। गार्डनो के रखरखाव में किसी प्रकार से को ध्यान नहीं दे रहे हैं ना कोई चौकीदार है ना कोई माली है । शहर में गार्डन बनाना शासकीय राशि का दुरुपयोग करते हुऐ पुराने गार्डन तो अनेकों वार्ड पर गार्डन बने हुए हैं जैसे शीतला मंदिर के सामने गार्डन, कलेक्टर बंगला के सामने गार्डन, बजरंगपुर, नवागांव में गार्डन मोतीपुर मुक्तिधाम के गार्डन व लखोली विकास नगर में गार्डन इसी प्रकार अनेकों गार्डन निगम द्वारा पुराने समय से बनाए हुए हैं। जिसको देखने के लिए नगर निगम के पास कोई समय नहीं है। जिसके कारण पुराने गार्डन का नामो निशान मिटने की कगार पर है । गार्डन में जो झूले लगे हुए हैं उसका वेल्डिंग भी टूटा हुआ है जिसको फोल्डिंग कराने के लिए किसी प्रकार से कोई सुध लेने व जिम्मेदारी से देखने का कोई किसी को समय नहीं है । शहर में गार्डन बनाना जरूरी है तो उसकी देखरेख भी बहुत जरूरी जल्दी है लेकिन करोड़ों रुपए का गार्डन बनाकर भगवान भरोसे छोड़ देते हैं पुराने गार्डन धीरे-धीरे बंजर होती जा रहे हैं। गार्डन से ज्यादा जरूरी वार्डवासियों के स्वास्थ्य को ध्यान रखते हुए सभी वार्डों में स्वास्थ्य केंद्र खोलने से वार्डवासियों को स्वास्थ्य सुविधा में किसी प्रकार से परिशानी ना हो उसका निगम प्रशासन ध्यान देने बाजाय शहरवासियों को गुमराह करते हुए गार्डन बनाने के नाम पर लाखों रुपए बंदरबांट किए जा रहे हैं।
No comments