Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

- Advertisement - Ads " alt="" />" alt="" />

गरियाबंद जिला बना दुर्लभ वन्य प्राणी पेंगोलियन का शिकारगढ़

गरियाबंद।  जंगल के साथ उदंती सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र में वन्य प्राणी व घने जंगल सुरक्षित नहीं है, लगातार जंगलों के भीतर ओडिसा क्षेत्र के ल...


गरियाबंद।  जंगल के साथ उदंती सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र में वन्य प्राणी व घने जंगल सुरक्षित नहीं है, लगातार जंगलों के भीतर ओडिसा क्षेत्र के लोग अवैध कब्जा कर कई स्थानों पर बड़े पैमाने में कीमती वृक्षों को काटकर अपना आशियाना बना चुके हंै। जंगल में अतिक्रमण के मामले में लगातार वन प्रशासन द्वारा कार्यवाही की जा रही है और तो और डेढ वर्ष पहले इस क्षेत्र के बीहड जंगल उदंती अभ्यारण्य क्षेत्र में अवैध कटाई के मामले जब वनमंत्री मोहम्मद अकबर तक पहुंचे थे तो राज्य स्तरीय जांच टीम ने उदंती अभ्यारण्य के जंगलो में पहुंचकर अवैध कटाई का जब निरीक्षण किया था तो अवैध कटाई के दौरान पेंडों के ठूंठों के गिनने में कई दिनों तक समय लग गया था। प्रदेश स्तर के वन अफसर लगातार एक सप्ताह तक इस अभ्यारण्य क्षेत्र के जंगलों में कई किलोमीटर पैदल चलकर अवैध कटाई के मामलों का निरीक्षण कर इस मामले में बडी कार्यवाही भी की थी। बावजूद इसके अभी भी क्षेत्र के जंगलों में अवैध कटाई के साथ वन्य प्राणी सुरक्षित नहीं हंै। पिछले पांच साल का यदि रिकार्ड देखा जाए तो मैनपुर पुलिस ने काफी सक्रियता के साथ एक दर्जन से भी अधिक जिंदा पेंगोलियन की तस्करी करने वालों तस्करों को पकड़कर सलाखों के पीछे भेजा है। इस दौरान बाघ की खाल के साथ तेन्दुआ खाल भी मैनपुर पुलिस ने बरामद की है। और तो और क्षेत्र के जंगल से जिंदा वन्य प्राणी पेंगोलियन, तेन्दुआ के शावक के तस्करों को पकडा गया है और उन पर कार्यवाही की गई है, तो वहीं वन विभाग भी गरियाबंद वन मंडल क्षेत्र के साथ उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र में जिंदा पेंगोलियन की तस्करी करने वाले कई तस्करों को जिंदा पेंगोलियन के साथ पकड़कर उन पर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कार्यवाही की गई है।  पुलिस और वन विभाग की कार्यवाही यह बताने के लिए काफी है कि गरियाबंद जिला व उदंती सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र जिंदा वन्य प्राणी पेंगोलियन का शिकारगढ बना है इस मामले में क्षेत्र के पर्यावरण प्रेमियों ने गंभीर चिंता भी जाहिर  की है।
वन विभाग पेंगोलियन दिवस को भूला
आईयुसीएन की लाल सूची में  दर्ज तथा वन संरक्षण अधिनियम की अनुसूची एक में दर्ज पेंगोलियन की रक्षा के लिए जन जागरूकता फैलाये जाना वाला अंतराष्ट्रीय पेंगोलियन दिवस 20 फरवरी को मनाया जाता है, वल्र्ड पेंगोलियन डे को मनाने का उददेश्य पेंगोलियन जीव की प्रजाति के मिट रहे, अस्तित्व को बचाना है, दरअसल ये जीव उन संकटग्रस्त जीवों की प्रजाति में शामिल है जिनकी संख्या दिनों दिन घटती जा रही है जबकि इसके संरक्षण के लिए लगातार कोशिशे की जा रही हंै, और लगातार गरियांबद जिले व उदंती सीतानदी अभ्यारण्य क्षेत्र से पेंगेालियन की तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं ऐसे में इस दुर्लभ वन्य प्राणी को बचाने वन विभाग को पेंगोलियन दिवस मनाकर लोगो में जनजागरूकता फैलाना चाहिए लेकिन वन विभाग में पेंगोलियन दिवस ही भूल गया और इस दिन किसी भी प्रकार के कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया।

No comments