abernews अबेर न्यूज। मां सरस्वती का दिन होता है(ऋषि पंचमी) वसंत पंचमी, वसंत पंचमी का पर्व माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. मा...
abernews अबेर न्यूज। मां सरस्वती का दिन होता है(ऋषि पंचमी) वसंत पंचमी, वसंत पंचमी का पर्व माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है. मान्यताओं के मुताबिक इस दिन मां सरस्वती की विधि-विधान से पूजा अर्चना करने का विधान है. आज हम आपको बताएंगे कि इस दिन क्या चीजें गलती से भी नहीं करनी चाहिए.
वसंत पंचमी का पर्व मां सरस्वती को समर्पित है. इसलिए इस दिन बिना स्नान किए भोजन नहीं करना चाहिए, हो सके तो इस दिन मां सरस्वती के लिए व्रत रखें.
शास्त्रों के मुताबिक वसंत पंचमी को कभी शुभ कार्यों के लिए बेहद शुभ माना जाता है. इसलिए इस दिन पेड़ पौधों को गलती से भी नहीं काटना चाहिए.
शास्त्रों में वसंत पंचमी को विद्यारंभ एवं अन्य प्रकार के मांगलिक कार्यों के लिए अत्यंत शुभ मुहूर्त माना गया है. इसी के साथ कहा जाता है कि वसंत पंचमी के दिन किसी को भी अपशब्द नहीं बोलना चाहिए.
पंचांग के अनुसार 16 फरवरी को सुबह 03 बजकर 36 मिनट पर पंचमी तिथि आरंभ होगी. बसंत पंचमी का समापन 17 फरवरी को सुबह 5 बजकर 46 मिनट पर होगा.
पूजा विधि
बसंत पंचमी के दिन सरस्वती जी की पूजा की जाती है. सूर्य उदित होने से पूर्व स्नान करना चाहिए और इसके बाद पूजा आरंभ करनी चाहिए. बसंत पंचमी के दिन पीले रंग का विशेष महत्व माना गया है. भगवान विष्णु को पीला रंग बहुत प्रिय है. इस दिन पीले वस्त्र और पीले रंग की वस्तुओं का प्रयोग करना शुभ माना जाता है. इसलिए इस दिन जातकों को सात्विक जीवन व्यतीत करना चाहिए और मांस-मदिरा से दूर रहना चाहिए.
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