Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

- Advertisement - Ads " alt="" />" alt="" />

ऐसा गांव जहां हर आदमी के पास हवाई जहाज! फ्लाइट से दफ्तर जाते हैं लोग

नई दिल्ली। आपने ऐसी खबर तो सुनी होगी कि किसी शहर या कॉलोनी में सबके पास अपनी गाड़ी है लेकिन क्या कभी ये सुना है कि ऐसा भी शहर है जहां हर आदम...


नई दिल्ली। आपने ऐसी खबर तो सुनी होगी कि किसी शहर या कॉलोनी में सबके पास अपनी गाड़ी है लेकिन क्या कभी ये सुना है कि ऐसा भी शहर है जहां हर आदमी के पास अपना हवाई जहाज है. इतना ही नहीं दफ्तर और अपने काम पर जाने के लिए उस शहर के ज्यादातर लोग अपने एयरक्राफ्ट का ही इस्तेमाल करते हैं. जी हां ये बिल्कुल सच है. ये हवाई शहर अमेरिका के कैलिफोर्निया में है. इस इलाके का एक टिकटॉक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें हर घर के आगे एक हवाई जहाज नजर आ रहा है. ये वीडियो कैलिफोर्निया के हवाई पार्क इलाके (कैमरन एयरपार्क) का है जिसे सोशल मीडिया यूजर ने अपलोड किया था. वीडियो में दिख रहा है कि लगभग सभी शहरवासियों के पास विमान हैं जिसे वो हैंगर में रखते हैं, ठीक उसी तरह जैसे अन्य लोग अपने गैरेज में कारों को रखते हैं. हालांकि यह वीडियो भारत में नहीं दिख रहा है क्योंकि टिकटॉक को भारत में बीते साल बैन कर दिया गया था। इस इलाके में हवाई जहाज का मालिक होना एक कार के मालिक होने जैसी ही सामान्य बात है. वीडियो में कॉलोनी की गलियों और लोगों के घरों के सामने या उनके हैंगर में खड़े विमानों को दिखाया गया है. उस इलाके की सड़कें वास्तव में ज्यादा चौड़ी हैं. उन्हें ऐसा इसलिए बनाया गया है ताकि पायलट उन्हें निकटतम हवाई अड्डे तक आने लाने के लिए उपयोग कर सकें. इसके अलावा, सड़क के संकेतों और लेटरबॉक्स से हवाई जहाजों के पंखों को नुकसान ना पहुंचे इसके लिए उन्हें सामान्य से कम उंचाई पर लगाया गया है. इतना ही नहीं सड़क के नाम विमानों के साथ जुड़े हुए हैं जैसे कि बोइंग रोड. यहां सड़क से गुजरने वाले हवाई जहाजों के बारे में कुछ भी असामान्य नहीं है, क्योंकि यहां के लोग काम पर जाने के लिए उनका इस्तेमाल करते हैं. बता दें कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अमेरिका ने हवाई जहाजों के परिचालन को खूब बढ़ावा दिया और देश में कई हवाई अड्डे बनाए. वहां पायलटों की संख्या 1939 में 34,000 थी जो 1946 तक बढ़कर 400,000 से अधिक हो गई. नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने देश में आवासीय हवाई अड्डों के निर्माण का प्रस्ताव रखा था जिसका उद्देश्य सेवानिवृत्त सैन्य पायलटों को समायोजित करना भी था।

No comments