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पटना: मेडिकल स्टूडेंट की कोरोना से मौत,टूट गया डॉक्टर बनने का सपना

पटना । कोरोना सेमेडिकल स्टूडेंट की कोरोना से मौत हो गयी। मौत के बाद मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया है। 2016 बैच के एमबीबीएस स्टूटेंड बिहार क...


पटना । कोरोना सेमेडिकल स्टूडेंट की कोरोना से मौत हो गयी। मौत के बाद मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया है। 2016 बैच के एमबीबीएस स्टूटेंड बिहार के नालंदा मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रहा ता। मेडिकल कालेज के कई स्टूडेंट कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। मामला प्रकाश में आने के बाद कॉलेज में हड़कंप की स्थिति बन गई। मृतक का नाम शुभेंदु शुभम है। हॉस्टल के आधा दर्जन मेडिकल स्टूडेंट कोरोना पॉजिटिव आये हैं। कॉलेज प्राचार्य डॉ. हीरा लाल महतो ने बताया कि उक्त एमबीबीएस छात्र की मौत बेगूसराय स्थित घर पर हो गई। छात्र बीते रविवार को जांच में संक्रमित पाया गया था, इसके बाद अस्पताल में भर्ती होकर उपचार न करा वह घर बेगूसराय चलाया गया जहां घर पर उसकी मौत हो गयी है।
एमबीबीएस फाइनल ईयर का छात्र था शुभम
शुभेंदु शुभम भगवानपुर प्रखंड के दहिया गांव के रहने वाले थे। पटना एनएमसीएच में मेडिकल फाइनल ईयर की पढ़ाई कर रहे थे। बताया जाता है कि शुभेंदु कोरोना वैक्सीन का पहला डोज भी एनएमसीएच में ले चुके थे। सर्दी-खांसी होने पर उन्होंने एनएमसीएच में ही 24 फरवरी को आरटीपीसीआर जांच के लिए सैंपल दिया था। शुक्रवार को शुभेंदु शुभम पटना से अपने घर दहिया आए थे, तब उन्हें पता चला कि वो कोरोना पॉजिटिव हैं। अचानक उनकी तबीयत भी बिगडऩे लगी।
-बेगूसराय के निजी नर्सिंग होम में मौत
तबीयत खराब होने पर शुभेंदु बेगूसराय शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुए। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। शुभेंदु की मौत से उनके घर में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। इस मामले में बेगूसराय के सिविल सर्जन विनय कुमार झा ने बताया कि शुभेंदु पटना में एनएमसीएच में फाइनल ईयर के छात्र थे, जो अपने घर आए थे। उनकी तबीयत बिगड़ी और उसे पता चला कि कोरोना पॉजिटिव है तो वो शहर के एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती हुए। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई ।
-कॉन्टैक्ट लिस्ट को खंगाल रहा प्रशासन
शुभेंदु की मौत की जानकारी निजी अस्पताल की तरफ से स्वास्थ्य विभाग को नहीं दी गई थी। इसको लेकर सिविल सर्जन ने अस्पताल प्रबंधन से शोकॉज किया है। दूसरी ओर छात्र की मौत के बाद कोरोना गाइडलाइन के तहत उसके कॉन्टैक्ट लिस्ट को भी खंगाला जा रहा है। उनके 11 परिजनों की कोरोना जांच की गई। पटना से लौटने के बाद शुभेंदु अपने ननिहाल लखीसराय भी गए थे। वहां भी उनके परिजनों की जांच कराने के आदेश दिए गए हैं। साथ ही जिस निजी अस्पताल में शुभेंदु की मौत हुई है, उस अस्पताल के सभी स्टाफ का कोरोना जांच कराया गया।
-घर का इकलौता संतान था शुभेंदु
डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने कहा कि मेडिकल छात्र की मौत मामले में प्रोटोकॉल के तहत कार्रवाई की जा रही है। शुभेंदु की मौत से कई सवाल भी उठ रहे हैं। शुभेंदु कोरोना वैक्सीन का फस्र्ट डोज ले चुके थे। हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि वैक्सीन के पहले डोज लेने के 14 दिन बाद ही असर शुरू होता है। इस बीच कोरोना गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य है। मृतक छात्र घर का इकलौता संतान था, मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। शुभेंदु की मां भी स्वास्थ्य विभाग में एएनएम के पद पर कार्यरत हैं।

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