abernews गरियाबंद। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आदिम जाति विशेष पिछड़ी जन जाति कमार जनजाति के विकास के लिये गठित कमार विकास अभिकरण मद के कार्यों पर ...
abernews गरियाबंद। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आदिम जाति विशेष पिछड़ी जन जाति कमार जनजाति के विकास के लिये गठित कमार विकास अभिकरण मद के कार्यों पर अफसर शाही और दलाल लोगों की नजर हैं वही अभिकरण का संचालन करते हैं अभिकरण के सदस्यो को सिर्फ रस्म अदायगी के लिये बैठक बुला कर कोरम पूरा किया जाता हैं कमार विकास के योजना कमार की जगह अधिकारी बनाते हैं अपने पसंद के लोगो को सप्लायर और कार्य एजेन्सी तय करने और विकास की राशि का बंदर बांट करते हैं कार्योंजना कमार नही ठ ॠ ड, और विभागीय अफसर अपने मन मुताबिक तय करते हैं इस पर अभिकरण के सदस्यो की भागी दारी नही रहती कई विभाग बिना अभिकरण के सदस्यो अध्यक्ष की सहमति से कार्य करते हैं जिनमें जिले का स्वास्थ्यविभाग प्रमुख हैं जहां लाखों का आबंटन का खर्च खुद अधिकारी करते हैं अभिकरण के सदस्यो को नही पूछते वही कोई कार्यों की जानकारी परियोजना से ली जाती हैं तो परियोजना के अधिकारी रस्म अदायगी कर देते हैं लाखों के बजट का उपयोग की जगह भ्रष्टाचार हावी हैं जिसके चलते आज कमार समाज आगे नही बढ़ पा रहा हर कार्य मे दलाली चरम पर हैं कई लोगो को आर्थिक लाभ पहुचाने नियम विरूद्घ कार्य आबंटन दिया गया जिसमें कमार/भुजिया विकास मद से बांस शिल्प प्रशिक्षण जो नियम विरूद्घ कार्य कराया गया हैं जिसके जांच की माँग और राशि वसूली की माँग बैठक मे की गयी थी जिस पर अधिकारी चुप बैठे हुए हैं
अभिकरण मद से स्वास्थ्य विभाग को मच्छर दानी वितरण, स्वास्थ्य शिविर आयोजन सहित विभिन्न कार्यों के लिये लाखों रुपये आबंटित किए गये परंतु स्वास्थ विभाग के जिम्मेदार अफसर कार्य संपादन मे अभिकरण के सदस्यो की राय नही लेते ना ही कार्य स्थल कार्यक्रम मे आमंत्रित करते हैं जबकि अन्य लोगो को बुलाया जाता हैं अभिकरण के पिछले बैठक मे स्वास्थ्य विभाग की मन मानी के संबंध मे मुद्दा उठाया गया फिर भी परियोजना प्रशासक ने सदस्यो के मुद्दों को तवज्जो नही दिया और ना ही स्वास्थ्य विभाग वही कई जनपदो मे कौशल विकास के प्रशिक्षण कार्य नियम विरूद्घ कराये गये हैं जिसके जांच और संबंधित से वसूली की कार्यवाही बैठक मे रखी गयी कार्यवाही आज तक शून्य हैं अभिकरण मद मे हुए बोर खनन की जानकारी सदस्यो ने चाही नतीजा शून्य हैं
परियोजना प्रशासक की इनके कारगुजारियो पर मौन रहना और अभिकरण को रबर स्टैंप समझना कमारो पर ज्यादती है
इन मुद्दो पर शीघ्र कार्यवाही नही की गयी तो समस्त सदस्य शीघ्र मुख्यमंत्री और आदिम जाति कल्याण मंत्री से मिल कर कार्यवाही की मांग करेंगे।
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