गुरुर । गुरुर क्षेत्र में लकड़ी तस्करों के साथ-साथ अब प्लाटिंग करने वाले भी अवैध तरीके से लकड़ी कटाई को भी अंजाम दे रहे हैं। ऐसा ही एक मा...
गुरुर । गुरुर क्षेत्र में लकड़ी तस्करों के साथ-साथ अब प्लाटिंग करने वाले भी अवैध तरीके से लकड़ी कटाई को भी अंजाम दे रहे हैं। ऐसा ही एक मामला ग्राम पंचायत पेवरो में सामने आया। जहां सोमवार को ग्रामीणों को सूचना मिली कि एक जमीन पर स्थित बबूल के तीन से चार पेड़ों को कोई अज्ञात व्यक्ति कटर मशीन लाकर काट रहा है।
जब ग्रामीणों के जरिए मीडिया को भी इसकी जानकारी लगी और मीडिया कर्मी मौके पर पहुंचे तब तक पेड़ काटे जा चुके थे।लोगों को आते देख कर आनन-फानन में कटर मशीन लेकर आए हुए 2 लोग वहां से फरार हो गए और फिर मामला बिगड़ गया। ग्राम पंचायत सरपंच सहित अन्य ग्रामीण भी वहां पर इक_ा हो गए और इस पर कार्यवाही की मांग करने लगे। बताया जाता है कि जिस जमीन पर पेड़ काटे गए थे वहां आसपास सरकारी जमीन भी है और इसी जमीन पर धमतरी के रामावतार मिश्रा द्वारा अपनी जमीन का सीमांकन करवाया गया था जिसके बाद जमीन मालिक के इशारे पर दो लोग गलत तरीके से पेड़ काटने के लिए पहुंचे हुए थे। जो ग्रामीणों के हाथ लग गए। ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की कि इस तरह जमीन दलाल कैसे पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसका जीता जागता उदाहरण देखने को मिला। ग्रामीण उस वक्त ज्यादा आक्रोशित हो गए जब लकड़ी काटने वाले, अन्य लोगों को आते देख कर भाग गए और यह कहने लगे कि हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता, सब को देख लेंगे। मामले की जानकारी मिलने के बाद पटवारी नीतीश भोंसले सहित अन्य अमला भी मौके पर जांच के लिए पहुंचा। पंचायत प्रशासन ने उक्त लकडिय़ों को रखने से इंकार कर दिया फिर पटवारी द्वारा वन विभाग को सूचित कर जब्त लकडिय़ों को वन विभाग को सुपुर्द किया गया। जब मामले की छानबीन की गई तो यह बात सामने आई कि कटर मशीन लेकर लकड़ी काटने पहुंचे दोनों ग्रामीण ग्राम कन्हारपुरी के चचेरे भाई हैं।जिसमें से एक भाई जमीन दलाली, अवैध तरीके से प्लाटिंग का भी काम करता ह। तो एक भाई कपड़े का भी बड़ा व्यवसाई है और दबंगई पूर्वक गांव के भोले भाले लोगों की जमीन पर प्लाटिंग का काम करवाता है।
प्लाटिंग के आड़ में चल रही अवैध कटाई
इस घटना से एक नई बात यह सामने आई कि क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग तो चल ही रही थी तो वही लकड़ी तस्कर अवैध तरीके से हरे भरे पेड़ों और बबूल के मोटे पेड़ो को तो कटवा ही रहे थे लेकिन प्लाटिंग के बाद इस तरह वहां लगे हुए पेड़ों को भी गलत तरीके से कटवाने का यह मामला भी प्रकाश में आया है। बकायदा दबंगई पूर्वक लकड़ी काटने वाले दुपहिया में आए थे और कटर मशीन भी साथ लाए थे। चंद पल में ही उन लोगों ने बबूल के बड़े-बड़े पेड़ों को काटकर धराशाई कर दिया और ग्रामीण देखते रह गए। पेड़ काटने के लिए जो आए थे उनका नाम नरेंद्र देवांगन व नरेश यादव दोनो निवासी कन्हारपुरी हैं।
No comments