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सीएम व डॉ. रमन के सवाल-जवाब के बीच विपक्ष की टीका-टिप्पणी पर अध्यक्ष की नसीहत-दो पहलवानों को निपटने दीजिए...

  रायपुर। पांचवी विधानसभा में यह पहला मौक़ा था जबकि प्रश्नकाल की शुरुआत में सवाल पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने किया और जवाब मौजूदा मुख्य...

 


रायपुर। पांचवी विधानसभा में यह पहला मौक़ा था जबकि प्रश्नकाल की शुरुआत में सवाल पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने किया और जवाब मौजूदा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिया। प्रश्न और उत्तर में स्वाभाविक गंभीरता बनी रही लेकिन इस बीच सदन में चुटकी ली जाते रहे और ठहाके गूंजते रहे। प्रश्नकाल में आए इस संयोग को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि मुझे कुंवर बेचैन की पंक्तियां याद आ रही हैं। कुछ प्रश्न ऐसे होते हैं जो पूछे नहीं जाते। कुछ उत्तर ऐसे होते हैं जो बतलाए नहीं जाते। इसके बाद प्रश्नकाल शुरु हुआ जिसमें वरिष्ठ सदस्य डॉ. रमन सिंह ने हैलीकाप्टर किराए पर लिए अनुबंध को लेकर सरकार द्वारा दी गई जानकारी का संदर्भ देते हुए यह कहते हुए सुरक्षा पर चिंता जताई कि अनुबंध की सूची के छठवें नंबर पर सीजी एविएशन कंपनी प्रोपाईटर कंपनी है, इस एनएसओपी परमिट होना चाहिए जो नहीं है। यह तो सुरक्षा पर गंभीर प्रश्न है। क्या आप समीक्षा करेंगे। इस पर सदन के नेता भूपेश बघेल ने जवाब दिया कि यह अनुबंध 2013 से हुए हैं और एनएसओपी परमिट कंपनी से वह कंपनी अनुबंधित है। तभी सदस्य अजय चंद्राकर ने चुटकी लेते हुए कहा कि आप की सुरक्षा की चिंता कर रहे हैं। आप धन्यवाद भी नहीं दे रहे हैं। सदन के नेता भूपेश बघेल ने मुस्कुराते हुए कहा कि मैं धन्यवाद देता हूँ और आप को भी धन्यवाद देता हूँ कि आपने ध्यान दिलाया। इस के तुरंत बाद सदस्य अमरजीत भगत ने कहा कि दो लोग के बीच में आप काहे दाल भात में मूसरचंद बन रहे हैं भई। इसी के तत्काल बाद विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि दो पहलवानों को निपटने दीजिए आप लोग शांत रहिए। इसके बाद वरिष्ठ सदस्य डॉ रमन सिंह ने कहा कि यह जानकारी सही नहीं है। एनएसओपी परमिट कंपनी ही होनी चाहिए। क्या इसकी समीक्षा होगी। इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि नश्चित तौर और परीक्षण करा लेते हैं। सुरक्षा में कोई ढील नहीं होगी।
-मंत्री बनाने के वादे पर सत्यनारायण संतुष्ट!
प्रश्नकाल में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो में दर्ज शिकायतों के मामले को लेकर सत्यनारायण शर्मा का सवाल था। जिस पर सत्यनारायण शर्मा ने मुख्यमंत्री के जवाब पर संतुष्टि जाहिर की। सत्यनारायण शर्मा द्वारा संतुष्टि जाहिर करने पर विपक्ष ने चुटकी की। अजय चन्द्राकर में कांग्रेस सदस्यों द्वारा संतुष्टि जाहिर करने को संसदीय मंत्री रविन्द्र चौबे का फ्लोर मैनेजमेंट बताया। अजय चंद्राकर ने लगाया आरोप कल कांग्रेस विधायक संत नेताम के सवालों पर सरकार घिर गई थी। उसको देखते हुए आज कांग्रेस के सभी सदस्यों को संतुष्ट होकर बैठने को कहा गया है। पुन्नूलाल मोहले ने मुख्यमंत्री पर कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने जरूर सत्यनारायण शर्मा को मंत्री बनाने का वादा किया है इसलिए वह संतुष्ट हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने की आपत्ति करते हुए कहा कि ऐसा कोई वादा नहीं किया गया है और ऐसी बात कहना उचित नहीं है।
मौत पर हंगामा
प्रश्नकाल के बाद विपक्ष ने बस्तर में पुलिस अभिरक्षा में ग्रामीण की मौत का मामला उठाया। नक्सली बताकर गिरफ्तारी और बाद में अभिरक्षा में मौत को लेकर विपक्ष ने काम रोको प्रस्ताव लाकर चर्चा की मांग की। पांडे कवासी नामक महिला की हुई थी मौत , अभिरक्षा में आत्महत्या या हत्या को लेकर आरोप-प्रत्यारोप हुए। विपक्ष की मांग को आसंदी ने खारिज किया। चर्चा कराने की मांग को लेकर विपक्ष ने हंगामा किया। सदन की कार्यवाही को पांच मिनट के लिए स्थगित किया गया।

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