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कोविड टेस्ट के दौरान यह क्या किया सचिन ने तेंदुलकर, डर गया मेडिकल स्टाफ

रायपुर । मैदान में पूरी गंभीरता से बॉल को बाउंड्री के पार पहुंचाने वाले मास्टर- ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर अपने मजाकिया अंदाज की वजह से भी जाने ...


रायपुर । मैदान में पूरी गंभीरता से बॉल को बाउंड्री के पार पहुंचाने वाले मास्टर- ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर अपने मजाकिया अंदाज की वजह से भी जाने जाते हैं। नवा रायपुर के मेफेयर होटल में इन दिनों सचिन रुके हुए हैं। रायपुर में खेली जा रही रोड सेफ्टी क्रिकेट सीरीज में सचिन इंडिया लेजेंड्स टीम के कप्तान हैं। यहां हर दिन खिलाड़ियों का कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। अपना सैंपल देते वक्त कोविड निगरानी के लिए मौजूद मेडिकल स्टाफ के साथ उन्होंने प्रैंक किया। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है।
जब सचिन की निकली चीख
स्टेडियम में इंडिया के खिलाड़ी प्रैक्टिस के लिए गए हुए थे। सचिन जब वहां से लौटे तो उन्होंने अपना कोविड टेस्ट कराने के लिए सैंपल दिया। होटल में ही मेडिकल स्टाफ ने सचिन की जांच की। कोविड सैंपल लेने के लिए स्टाफ ने सचिन की नाक में स्टाफ ने स्ट्रीप डाली। इस पर सचिन जोर से चीखें और अपना नाक हाथों से दबा लिया। मेडिकल स्टाफ हड़बड़ा गया । कुछ ही सेकंड के इस मूवमेंट में सचिन अपनी हंसी नहीं रोक पाए और यह राज खुल गया कि सचिन प्रैंक कर रहे थे। मेडिकल स्टाफ बोला मैं टेंशन में आ गया था, जवाब में सचिन ने कहा अब टेंशन आपको है या मुझे है। इसके बाद सभी हंस पड़े। सचिन ने इस वीडियो को सोशल मीडिया में शेयर करते हुए लिखा कि मैंने 200 टेस्ट मैच खेले हैं और 277 कोविड टेस्ट करवाए हैं। मूड को हल्का करने के लिए ये प्रैंक मैंने किया। मैं सभी मेडिकल स्टाफ के लोगों को बधाई देता हूं, जो हमें एक नेक कार्य के लिए खेलने में सहयोग कर रहे हैं। दरअसल रोड सेफ्टी वर्ल्ड क्रिकेट सीरीज लोगों में यातायात नियमों के प्रति जागरुकता लाने के मकसद से आयोजित की जा रही है। नवा रायपुर के इलाके में रायपुर पुलिस ने भी सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूक करने वाले पोस्ट लगाए हैं।
बायो बबल जोन में हैं खिलाड़ी
नवा रायपुर के मेफेयर लेक रिजॉर्ट को जिला प्रशासन ने बायो बबल जोन घोषित कर दिया है। आईपीएल के दौरान बायो-बबल शब्द प्रचलन में आया। तब भी क्रिकेटर्स की सेहत को ध्यान में रखते हुए इस जोन को तैयार किया गया। आसान भाषा में कहें तो ये एक ऐसा वातावरण है, जिसमें रहने वाला बाहरी दुनिया से पूरी तरह कट जाता है। यानी, टूनार्मेंट में हिस्सा ले रहे प्लेयर, स्पोर्ट स्टाफ, मैच आॅफिशियल यहां तक की होटल स्टाफ और कोरोना टेस्ट करने वाली मेडिकल टीम तक को तय दायरे के बाहर जाने की अनुमति नहीं है। इसके दायरे में रहने वाला बाहरी दुनिया के किसी भी व्यक्ति के संपर्क में नहीं आ सकता।

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