नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने साल 2020 पूरी तरह तबाह कर दिया. ये एन्जाइटी, डिप्रेशन, अकेलापन, लॉकडाउन, बीमारी और मौत का साल था. लेकिन आज जारी...
नई दिल्ली। कोरोना वायरस ने साल 2020 पूरी तरह तबाह कर दिया. ये एन्जाइटी, डिप्रेशन, अकेलापन, लॉकडाउन, बीमारी और मौत का साल था. लेकिन आज जारी 149 देशों की वल्र्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट के मुताबिक, महामारी का ये स्तर भी लोगों की उम्मीद और उत्साह को हिला नहीं पाया. वल्र्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट 2021 के एडिटर्स ने पाया कि कई देशों में कोरोना की तबाही के बावजूद लोगों की खुशहाल जिंदगी कम प्रभावित हुई है। यूएन सस्टेनेबल डेवलपमेंट सॉल्यूशन्स नेटवर्क द्वारा प्रायोजित 149 देशों की ये वार्षिक रिपोर्ट प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद, हेल्दी लाइफ एक्सपेक्टेंसी और नागरिकों की राय पर आधारित है. इस सर्वे में लोगों से 1-10 के स्केल पर कुछ सवाल पूछे गए थे. जैसे विपरीत परिस्थितियों में उन्हें कितना सोशल सपोर्ट मिला और उनके मुताबिक, लोग कितने भ्रष्ट और कितने उदार हैं. दुनिया के सबसे खुशहाल देशों की इस सूची में पहले नौ पायदान पर यूरोपियन देशों का कब्जा है. लिस्ट में फिनलैंड को दुनिया का सबसे खुशहाल देश माना गया है. जबकि दूसरे पर डेनमार्क, तीसरे पर स्विट्जरैंड, चौथे पर आइसलैंड, पांचवें पर नीदरलैंड, छठे पर आइसलैंड, सातवें पर नॉर्वे, आठवें पर स्वीडन और नौवें पर लग्जमबर्ग है. न्यूजीलैंड अकेला ऐसा गैर-यूरोपियन देश है जिसने 10वें पायदान के साथ टॉप-10 में जगह बनाई है.
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