aber news अबेर न्यूज । Pterocarpus angolensis पेड़ से लाल रंग का पदार्थ निकले के चलते लोग इसे जादुई पेड़ भी मानते हैं, क्योंकि इसका इस्तेमाल द...
aber news अबेर न्यूज ।Pterocarpus angolensis पेड़ से लाल रंग का पदार्थ निकले के चलते लोग इसे जादुई पेड़ भी मानते हैं, क्योंकि इसका इस्तेमाल दवाई के रूप में भी किया जाता है. यह इंसानों के खून संबंधी बीमारियों को ठीक कर देता है. इसमें दाद से लेकर आंखों की परेशानी, पेट की समस्या, मलेरिया और गंभीर चोटों को भी ठीक करने की ताकत है.
दक्षिण अफ्रीका में पाए जाने वाले इस बेहद ही खास और अनोखे पेड़ को लोग 'ब्लडवुड ट्री' के नाम से जानते हैं। इसे और भी कई नामों से जाना जाता है, जैसे कि- किआट मुकवा, मुनिंगा। इसका वैज्ञानिक नाम 'सेरोकारपस एंगोलेनसिस' है। यह अनोखा पेड़ मोजाम्बिक, नामीबिया, तंजानिया और जिम्बाब्वे जैसे देशों में भी पाया जाता है।
ऐसा नहीं है कि 'ब्लडवुड ट्री' को सिर्फ काटने पर ही खून निकलता है। इसकी अगर डाली टूट भी जाए तो भी उस जगह से खून निकलने लगता है। असल में यह गहरे लाल रंग का एक तरल पदार्थ होता है, जो देखने में बिल्कुल खून जैसा होता है।
इस अनोखे पेड़ की लंबाई 12 से 18 मीटर तक होती है। पेड़ के ऊपर पत्तों और टहनियों का आकार इस तरीके से बना होता है जैसे वहां कोई छतरी लगी हो। इसके पत्ते काफी घने होते हैं और इसपर पीले रंग के फूल खिलते हैं। इसकी लकड़ी से काफी महंगे-महंगे फर्नीचर बनाए जाते हैं। इसकी लकड़ी का खासियत ये है कि वो आसानी से मुड़ जाती है और ज्यादा सिकुड़ती भी नहीं।
इस पेड़ को लोग कई नामों से जाना जाता है, जैसे कि-Bloodwood Tree किआट मुकवा, मुनिंगा. इसका वैज्ञानिक नाम सेरोकारपस एंगोलेनसिस है. यह अनोखा पेड़ मोजाम्बिक, नामीबिया, तंजानिया और जिम्बाब्वे जैसे देशों में पाया जाता है.
बनती हैं दवाइयां -
वहीं इस पेड़ को कुछ लोक जादुई पेड़ भी मानते हैं, क्योंकि इस पेड़ की लड़कियों का इस्तेमाल दवाई के रूप में भी किया जाता है. कहा जाता है कि इस पेड़ की लकड़िया इंसानों के खून संबंधी बीमारियों को भी ठीक कर देता है. जैसे दाद से लेकर आंखों की परेशानी, पेट की समस्या, मलेरिया और गंभीर चोटों को भी ठीक करने की ताकत होती है.
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