नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है। इस आंकड़ों को देखकर अब लोगों में डर भी बैठ गया है। वहीं कहीं- कहीं लापरवाही भी जारी है।...
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है। इस आंकड़ों को देखकर अब लोगों में डर भी बैठ गया है। वहीं कहीं- कहीं लापरवाही भी जारी है। इसका ही नतीजा है कि कोरोना रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है। आज जो मामले सामले आए हैं उससे अब ऐसा लगता है कि प्रशासन भी कोरोना के आगे बेबस हो गया है। पिछले २४ घंटे में १ लाख २६ हजार नए मामले सामने आए हैं। और ६८४ लोगों की जान गई है। भारत में कोरोना वायरस का संक्रमण कहर बनकर टूट रहा है। पिछले सारे रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए बुधवार को कोरोना के सवा लाख नए मामले दर्ज किए गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 1 लाख 26 हजार 315 केस सामने आए हैं। इस दौरान 685 लोगों की मौत हुई । बुधवार को जो आंकड़े आए हैं वह अब तक के सबसे ज्यादा हैैं। इससे पहले मंगलवार को 1.15 लाख नए मामले आए थे।
महाराष्ट्र में बेड्स की किल्लत
कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में वैसे तो पूरा देश है, लेकिन सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र, दिल्ली, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, पंजाब और तमिलनाडु हैं। इसमें भी महाराष्ट्र और दिल्ली का बहुत बुरा हाल है। पिछले दिन महाराष्ट्र में करीब 60 हजार नए केस सामने आए हैं। बुधवार को महाराष्ट्र में कुल 59907 केस सामने आए। जो पूरे देश में आए मामलों का पचास फीसदी है। महाराष्ट्र में कोरोना बेकाबू है। यहां की स्वास्थ्य व्यवस्था भी प्रभावित हो रही हैं। हालांकि प्रशासन पुख्ता इंतजाम का दावा कर रहा है, लेकिन राज्य के कई शहरों में अस्पतालों में बेड्स की किल्लत है। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की संख्या ज्यादा होने से स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों को स्थिति नियंत्रित करने में कठिनाइयां हो रही हैं।
दिल्ली- महाराष्ट्र में बुरा हाल
यही स्थिति दिल्ली की भी है। जहां एक दिन में पांच हजार से ज्यादा केस सामने आ रहे हैं। दिल्ली में बुधवार को 5, 506 नए मामले दर्ज किए गए हैं। दिल्ली में संक्रमण दर 6 फीसदी से ज्यादा हो गई है। दिल्ली एम्स में ऑपीडी को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया गया है। साथ ही अन्य अस्पतालों में भर्ती होने से पहले कोरोना रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य कर दिया गया है। वहीं उत्तर प्रदेश में 6,023, कर्नाटक में 6,976 मामले दर्ज किए गए हैं। सबसे बड़ी चिंता की बात
ये है देश में एक्टिव केस की संख्या नौ लाख के पार हो गई है। जो एक महीने पहले एक लाख के करीब एक्टिव मामले बचे थे। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए कई राज्यों में सख्त पाबंदियां, आंशिक लॉकडाउन और नाइट कफ्र्यू लगाए गए हैं।
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