बंदूक की जगह शांति, अमन, मोहब्बत की करने लगे बात- नक्सली प्रवक्ता अभय ने पत्र जारी कर शांति की पहल जगदलपुर । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ...
बंदूक की जगह शांति, अमन, मोहब्बत की करने लगे बात- नक्सली प्रवक्ता अभय ने पत्र जारी कर शांति की पहल
जगदलपुर । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बस्तर प्रवास के बाद अब नक्सलियों के सुर बदले हुए दिखाई दे रहे हैं। बंदूक और गोली की बोली बोलने वाले नक्सली अब दुनिया में प्यार-मोहब्बत और अमन-शांति की बात कर रहे हैं। सोमवार को भारत की कम्युनिस्ट पार्टी केन्द्रीय कमेटी के प्रवक्ता अभय के नाम से जारी पत्र में पहली बार नक्सली शांति की पहल करते दिख रहे हैं। सोमवार को गृहमंत्री अमित शाह व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर प्रवास के दौरान शहीद 22 जवानों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद फ ोर्स के आला अफसरों से बैठक के बाद नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज करने की बात कही है। जंगल के अंदर घुसकर अब नक्सलवाद को खत्म करने का दावा किया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कहा, अबकी बार जंगल के अंदर और भी कैम्प बनाएं जाएंगे। नक्सलियों के खिलाफ अभियान में तेजी लाई जाएगी। अबूझमाड़ व अन्य अंदरुनी इलाके तक फोर्स अब घुसेगी। इस बार लड़ाई आर-पार की होगी। गृहमंत्री शाह व मुख्यमंत्री बघेल के इस बयान के बाद यह माना जा रहा है कि अब निर्णायक लड़ाई में तेजी आएगी। इसके बाद देर शाम नक्सलियों के केन्द्रीय संगठन के प्रवक्ता की ओर से पत्र जारी किया गया था।
मोहब्बत-शांति की बात शहीदों से जताई संवेदना
नक्सली प्रवक्ता ने जारी पत्र में लिखा है कि हम कम्युनिस्ट हैं इसलिए किसी भी इन्सान की मृत्यु का हमें दु:ख होता है पर व्यापक जनता के हित में लड़ाई अनिवार्य है। हम दुनिया में प्यार, मोहब्बत, शांति और समानता का समाज चाहते हैं। हमारी लड़ाई पुलिस के जवानों से नहीं है। पुलिस में भर्ती जवान आम शोषित जनता का ही हिस्सा है पर दुश्मन वर्ग की तरफ से उनका हथियार बनकर जब पुलिस या अर्धसैनिक बलों में हमला करने ये जवान आते हैं तो मजबूरन हमें उनसे लडऩा पड़ता है। देश के विभिन्न राज्यों के जवानों की इस लड़ाई में मृत्यु हुई है। हमारी संवेदनाएं उनके परिवारों से है।
शांति वार्ता की ओर भी इशारा
जारी पत्र में शांति वार्ता को लेकर भी बात कही गई है। इसे समझना जरूरी है कि कहीं ये शांति की ओर इशारा तो नहीं। पत्र में लिखा है शुभ्रांषु चौधरी ने सी-4 नामक संगठन बनाया और छत्तीसगढ़ सरकार व माओवादीयों के बीच वार्ता के लक्ष्य लेकर शांति मार्च निकालने की बात कही। इस पर दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता विकल्प ने पहले वार्ता के लिए अनुकूल वातावरण बनाने की बात कही थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पहले हिंसा और हथियार छोडऩे पर ही वार्ता की बात कही, जब सीएम ही क्रूरता और हिंसा पर उतारू है तो तब इस पर शुभ्रांषु क्यों नहीं खंडन कर रहे।
टारगेट पर हिडमा समेत आठ कमांडर
जगदलपुर में हुई गृहमंत्री और मुख्यमंत्री के साथ सुरक्षा बलों के अधिकारियों की बैठक में आपरेशन हिड़मा का प्लान तैयार कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक जल्द ही प्रदेश में आपरेश प्रहार का सीजन-3 लांच किया जायेगा, जिसके टारगेट में हिड़मा सहित टॉप के आठ नक्सल कमांडर होंगे। बैठक में तय किया गया है कि जल्द ही आपरेशंस लांच कर इन आठों नक्सली कमांडर को ढेर कर दिया जायेगा। गृहमंत्री ने सुरक्षा एजेंसियों को कहा कि आपरेशंस पूरी तरह से इंटेलिजेंस बेस्ड होंगे, जिसमें ह्यूमन और टेक्निकल दोनों इंटेलिजेंस का सहारा किया जायेगा।
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