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कोरोना से एएसआई की मौत: कुछ दिनों पहले ही लगाई थी कोविड वैक्सीन

सीएसपी कार्यालय में थे पदस्थ दुर्ग।  दुर्ग में लगातार बढ़ रहे कोरोना के आंकड़ों के बीच एक दुखद खबर सामने आयी है। यहां पर एक एएसआई की कोरोना की...


सीएसपी कार्यालय में थे पदस्थ


दुर्ग।  दुर्ग में लगातार बढ़ रहे कोरोना के आंकड़ों के बीच एक दुखद खबर सामने आयी है। यहां पर एक एएसआई की कोरोना की चपेट में आने से मौत हो गयी है। एएसआई की मौत की खबर के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। मृतक एएसआई का नाम प्रकाश दास था जो दुर्ग सीएसपी कार्यालय में पदस्थ थे। जानकारी के मुताबिक कुछ दिनों पहले ही एएसआई प्रकाश दास को सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी, जिसके चलते उन्होंने अपना कोराना टेस्ट कराया था। कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद 30 मार्च को उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उपचार के दौरान आज शाम उनकी मौत हो गयी। बता दें कि एएसआई  को कोविड की 2 बार वैक्सीन लग चुकी थी, उसके बाद भी वो कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। इसके पहले भी दुर्ग जिले के कई पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव आ चुके।

मंत्रालय व इंद्रावती भवन में  50 प्रतिशत अधिकारी-कर्मचारी ही आएंगे 

छत्तीसगढ़ में कोरोना के खतरनाक रफ्तार के बीच राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। अब मंत्रालय व इंद्रावती भवन में 50 प्रतिशत ही कर्मचारी आयेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग ने विभागों में 50 प्रतिशत रोस्टर नियम को लागू कर दिया है। नियम के मुताबिक 50 प्रतिशत कर्मचारी ही मंत्रालय व इंद्रावती भवन आयेंगे, बाकी के 50 प्रतिशत कर्मचारी वर्क फ्राम होम करेंगे। सप्ताहिक रोस्टर के तहत कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी। अनुभाग अधिकारी एवं उसके नीचे अधीनस्थ कर्मचारियों की उपस्थिति 50 प्रतिशत अनिवार्य रूप से कराया जाना होगा।  वहीं विभागाध्यक्ष कार्यालयों में अधीक्षक स्तर के अधिकारी सप्ताहिक रोस्टर के तहत काम करेंगे, जबकि बाकी के अधिकारी पूर्व की भांति ही आफिस आएंगे। कर्मचारियों को इस बात का निर्देश दिया गया है कि वो यथासंभव अपने वाहन से ही दफ्तर आयें। दरअसल मंत्रालय बस से आने वाले कर्मचारियों की शिकायत थी कि बस में क्षमता से ज्यादा कर्मचारियों को बैठाया जाता है, जिसकी वजह से कर्मचारियों में कोरोना का खतरा बढ़ सकता है। बसों में भी आधे कर्मचारियों को ही बैठाया जायेगा। बैठकों के बजाय राज्य सरकार ने आनलाइन बैठकों के निर्देश दिये हैं।

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