जम्मू। जिस तरह छत्तीसगढ़ नक्सलियों से परेशान है उसी तरह जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले होना आम बात हो गई है। रोजाना आतंका घुसपैठ करते हैं और मा...
जम्मू। जिस तरह छत्तीसगढ़ नक्सलियों से परेशान है उसी तरह जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले होना आम बात हो गई है। रोजाना आतंका घुसपैठ करते हैं और मामरे जाते हैं इसके बाद भी अपनी हरकतों से बाज नहीं आते हैं। इसी के चलते त्राल में सुरक्षाबलों ने दो आतंकी ढेर कर दिए। सुरक्षाबलों को बड़ी कामयाबी मिली है। अवंतीपोरा के त्राल में मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया गया है। मुठभेड़ में तीन जवान घायल हुए हैं। जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। एक जवान की हालत गंभीर बताई जा रही है। आतंकी एक धार्मिक स्थल में छिपे हैं। सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर रखा है। फिलहाल बचे आतंकियों को सरेंडर करने के लिए कहा जा रहा है। जानकारी के अनुसार, खुफिया एजेंसियों को त्राल के नोबुग इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली। इस पर पुलिस और सुरक्षाबलों ने इलाके को घेर लिया। आतंकी एक धार्मिक स्थल में छिप गए। सुरक्षाबलों ने स्थानीय लोगों की मदद से आतंकवादियों को बाहर आने और आत्मसमर्पण करने के प्रयास किए। एक आतंकी के भाई व स्थानीय इमाम साहब को अंदर भेजा गया। लेकिन आतंकी आत्मसमर्पण के लिए राजी नहीं हुए। इस पर आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग की। सुरक्षाबलों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया और अब तक आतंकियों को मार गिराया गया है। आतंकियों की संख्या कितनी है इसका अभी तक पता नहीं चल सका है। ऑपरेशन अभी जारी है। आईजी कश्मीर का कहना है कि त्राल मुठभेड़ में अब तक दो आतंकी मारे गए हैं। उधर, इस्लामिक स्टेट जम्मू-कश्मीर आतंकी संगठन का पकड़ा गया कमांडर मलिक उमैद अपने हैंडलर से व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से संपर्क में था। कश्मीर में मौजूद आतंकियों ने ही उसे हथियार लेने जम्मू भेजा था। कश्मीर में मौजूद और पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के कहने पर उसने ऐसा किया था। उमैद से पूछताछ करने पर यह पता चला है कि जम्मू बस स्टैंड पर एक व्यक्ति ने उसे हथियार और नकदी दी थी। यह व्यक्ति जम्मू-कश्मीर के बाहर का भी हो सकता है। उक्त व्यक्ति की तलाश में पुलिस पंजाब सहित अन्य राज्यों में भी दबिश देकर तलाश कर रही है। लेकिन अभी तक उसका पता नहीं चला है। पुलिस ने उमैद से उक्त व्यक्ति का स्केच बनवाकर कई जगहों पर भेजा है, ताकि उसकी पहचान की जा सके। सूत्रों का कहना है कि पुलिस इस मामले में शामिल कुछ और लोगों को भी पकडऩे की तैयारी में है। इनकी पहचान कर ली गई है। तीन से चार दिन में पुलिस इस मामले में अधिकारिक तौर पर बड़ा खुलासा कर सकती है। कुछ जगहों पर ओजी वर्करों के पकड़े जाने और उनसे हथियारों की बरामदगी करने की तैयारी है। डीएसपी परोपकार सिंह का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही पूरे मामले की जांच का खुलासा करेंगे।
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