पिथौरा। विकासखण्ड के 126 ग्राम पंचायतों में कार्यरत 99 रोजगार सहायकों को एक बार फिर 6 माह का वेतन नहीं मिला है। जिसके कारण आर्थिक परेशानी ...
पिथौरा। विकासखण्ड के 126 ग्राम पंचायतों में कार्यरत 99 रोजगार सहायकों को एक बार फिर 6 माह का वेतन नहीं मिला है। जिसके कारण आर्थिक परेशानी से जूझ कर कर्ज लेकर घर चलाने को मजबूर हैं। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में सबसे कम वेतन पर महत्वपूर्ण कार्य करने वाले इन कर्मचारियों को हमेशा से ही तय समय पर वेतन नहीं मिलता है। जिसके कारण आर्थिक तथा मानसिक परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। कोरोना महामारी के संकट काल मे वेतन नहीं मिलना कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक गरीबी की बीमारी है। वेतन के अभाव में आर्थिक स्थिति दयनीय हो रही है, उधारी लेकर रोजगार सहायक अपना काम चला रहे हैं। पारिवारिक जरूरतों की पूर्ति मुश्किल से हो पा रही है। पंचायत विभाग द्वारा लागातार रोजगार सहायकों से काम लिया गया है। ताकि ग्रामीणों को मनरेगा के तहत 150 दिन का रोजगार उपलब्ध हो सके। इसके लिए रोजगार सहायकों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। बावजूद इसके इन कर्मचारियों को पिछले 6 महीने से वेतन नहीं मिलने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। और अपने वेतन का इंतजार कर रहे हैं।
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