Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

- Advertisement - Ads " alt="" />" alt="" />

कैंसर की तरह खतरनाक है यह बीमारी, यह लक्षण दिखे तो जाएं डॉक्टर के पास

 नई दिल्ली। देश में इस समय कई बीमारियां पैर पसार रही हैं। इसमे अभी कोरोना ज्यादा घातक हो रहा है। हालांकि इससे पहले भी एड्स, कैंसर, प्लेग लोग...


 नई दिल्ली। देश में इस समय कई बीमारियां पैर पसार रही हैं। इसमे अभी कोरोना ज्यादा घातक हो रहा है। हालांकि इससे पहले भी एड्स, कैंसर, प्लेग लोगों की जान ले रहा है या ले चुका है। इन बीमारियों में किस्मत वाले ही बच पाते हैं। आज हम आपको कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी के बारे में बताएंगे जो टयूमर के रूप में होती है। इस ट्यूमर को बिनाइन ट्यूमर कहा जाता है जो शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। बिनाइन ट्यूमर के बारे में जानने से पहले ये जान लेते हैं कि आखिर ट्यूमर होता क्या है? दरअसल, ट्यूमर असामान्य कोशिकाओं के समूह होते हैं, जो गांठ के रूप में विकसित होते हैं। ट्यूमर कैंसरयुक्त भी हो सकता है और नहीं भी। इसलिए कहा जा सकता है कि सभी प्रकार के ट्यूमर बेहद खतरनाक नहीं होते हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि ट्यूमर दो प्रकार के होते हैं, एक मलिगनेंट ट्यूमर (कैंसरयुक्त ट्यूमर) और दूसरा बिनाइन ट्यूमर। बिनाइन ट्यूमर दरअसल कोशिकाओं का एक समूह है, जो अपनी उत्पत्ति की जगह से आगे नहीं फैलता है, जबकि मलिगनेंट ट्यूमर में तेज गति से वृद्धि होती है और उसके शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैलने का खतरा बहुत अधिक होता है। चूंकि बिनाइन ट्यूमर का असर शरीर के दूसरे अंगों पर नहीं पड़ता है, लेकिन इसे नजरअंदाज बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह खतरनाक भी हो सकती है।
बिनाइन ट्यूमर के कारण
वैसे तो बिनाइन ट्यूमर के सटीक कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन कहा जाता है कि जिस तरह से शरीर में कैंसर कोशिकाओं का निर्माण होता है, ठीक वैसे ही बिनाइन ट्यूमर का भी होता है।
इसकी कुछ प्रमुख वजहें जो मानी जाती हैं
संक्रमण, सूजन, शरीर के किसी अंग में चोट, तनाव, रेडिएशन आदि के संपर्क में आने से, आनुवंशिक कारण।
बिनाइन ट्यूमर के लक्षण
विशेषज्ञ कहते हैं सभी तरह के ट्यूमर के लक्षण दिखाई नहीं देते, लेकिन कुछ मामलों में जांच से इनका पता चल जाता है। इसके कुछ संभावित लक्षण सिर दर्द, बेचैनी, ठंड लगना, बुखार, नजर में दिक्कत,
रात में सोते समय पसीना आना, भूख न लगना, वजन कम होना हैं।
बिनाइन ट्यूमर का पता कैसे चलता है?
शरीर में बिनाइन ट्यूमर का पता लगाने के लिए डॉक्टर कुछ जांच कराने को कह सकते हैं। इसमें एक्स-रे, सीटी स्कैन, एमआरआई स्कैन और मैमोग्राम्स शामिल हैं। इस ट्यूमर का उपचार सर्जरी के माध्यम से किया जा सकता है। डॉक्टर सर्जरी के माध्यम से आसपास के अंगों को बिना नुकसान पहुंचाए ट्यूमर को काटकर निकाल देते हैं।
शरीर में कहां-कहां हो सकता है बिनाइन ट्यूमर?
विशेषज्ञ कहते हैं कि बिनाइन ट्यूमर शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। इसमें मस्तिष्क, गर्दन, नाक, पेट, फेफड़े और ब्रेस्ट प्रमुख रूप से शामिल हैं। अगर आप शरीर के किसी हिस्से में असहज महसूस करते हैं तो आपको डॉक्टर से जरूर जांच करवानी चाहिए, क्योंकि वह बिनाइन ट्यूमर भी हो सकता है।

No comments