दिल्ली। तीन कृषि कानूनों के विरोध में कई महीनों से जारी किसान आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। अभी भी दिल्ली की बार्डरों पर किसान डटे हुए...
दिल्ली। तीन कृषि कानूनों के विरोध में कई महीनों से जारी किसान आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। अभी भी दिल्ली की बार्डरों पर किसान डटे हुए हैं और अपनी ताकत दिखाने में लगे हुए हैं पर अभी तक कोई फैसला न सरकार ने लिया है न किसानों ने। ऐसे में गाजीपुर बॉर्डर पर किसान की ताकत का एहसास कराने के लिए ट्रैक्टर रैली निकाली जा रही है। भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत का कहना है कि देश का किसान कमजोर नहीं है। बीच के रास्ते हमेशा खुले हुए हैं, पर सरकार को अपनी जिद छोडऩी होगी। सरकार में कृषि मंत्री को पिंजरे वाला तोता बना रखा है, यदि उन्हें अधिकार दिए जाएं तो फैसला हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले सात माह से गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में कृषि कानून के विरोध में धरना चल रहा है। केंद्र सरकार द्वारा कानून वापस न लेने पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिकतर टोल प्लाजा पर धरना दे रखा है। वहीं गुरुवार को मुजफ्फरनगर व सहारनपुर के किसानों द्वारा गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचकर सरकार को अपनी ताकत का एहसास कराने के लिए ट्रैक्टर रैली निकाली गई। रैली का नेतृत्व कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि रैली निकालने के पीछे कोई खास मकसद नहीं है। रैली तो निकलती ही रहेगी।
No comments