हरिद्वार। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद राज्य में एक बार फिर राजनीतिक अस्थिरता पैदा हो गई है. एक तरफ जहां सिया...
हरिद्वार। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के इस्तीफे के बाद राज्य में एक बार फिर राजनीतिक अस्थिरता पैदा हो गई है. एक तरफ जहां सियासी गलियारों में उस चेहरे की चर्चाऐं तेज होने लग गई हैं जिसके सिर प्रदेश की सत्ता का ताज सजेगा तो वहीं दूसरी ओर विपक्ष भी एक बार बीजेपी पर हमलावर हो गया है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने शुक्रवार को राज्यपाल बेबी रानी मौर्य से मुलाकात कर अपना इस्तीफा उन्हें सौंप दिया. अब शनिवार यानी आज बीजेपी विधायक दल की बैठक में वर्तमान विधायकों में से ही किसी को विधायक दल का नेता चुना जाएगा. दिल्ली से लेकर देहरादून तक दिन भर चली मुलाकातों और बैठकों के दौर के बाद रावत ने रात करीब साढ़े गयारह बजे अपने मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सहयोगियों के साथ राज्यपाल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंपा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने बताया कि चुनाव आयोग को चुनाव कराने में कोई समस्या नहीं थी, लेकिक कोरोना कारण, यह अमल में नहीं आ सका. ऐसे में इस्तीफा ही एकमात्र विकल्प।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि पर्यवेक्षक और प्रभारी देहरादून पहुंच गए हैं। दोपहर 3 बजे विधानसभा की बैठक में हम नेता (सीएम) का चुनाव करेंगे। उसके बाद, हम सरकार गठन के लिए राज्यपाल से मिलेंगे. संभव है कि सीएम विधायकों में हों।
No comments