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सरोज पांडे को किसानों से माफी मांगना चाहिए : वंदना राजपूत

किसान यदि मोदी के गुणगान करे तो असली, मोदी का विरोध करे तो नकली abernews रायपुर। राज्यसभा सांसद सरोज पांडे कहती है कि पिछले कई महिनों से दिल...

किसान यदि मोदी के गुणगान करे तो असली, मोदी का विरोध करे तो नकली

abernews रायपुर। राज्यसभा सांसद सरोज पांडे कहती है कि पिछले कई महिनों से दिल्ली में किसान केन्द्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे वो किसान नकली है। इस बयान पर कटाक्ष करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि किसान यदि मोदी का गुणगान करते तो असली, तीन काले कानून का विरोध कर रहे है तो नकली इनके सोच पर तरस आता है। भारतीय जनता पार्टी के विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेख किसानों को मवाली कहती है इधर सरोज पांडे किसानों को नकली बोल कर देश के अन्नदाताओं का अपमान पे अपमान कर रहे है। किसान भाई बहुत ही शांतिपूर्ण तरीके से अपने अधिकार के लिए तीन काले कृषि कानून का विरोध पिछले कई महीनों से कर रहे है, जिसमें लगभग 300 किसान भाईयों ने जान गंवाई है जिसमें महिलाएं भी शामिल है। अपने पूरे परिवार के साथ आंदोलन कर रहे है। किसान परिवार जिसमें छोटे-छोटे बच्चे भी शामिल है इसे नकली बता रहे है जमीर को जिंदा रखो कितना नीचे गिरोगे किसानों से सरोज पांडे को माफी मांगना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि लगभग 70 प्रतिशत भारतीय लोग किसान है और अन्नदाताओं के आर्शीवाद से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद पर काबिज हुआ। पीएम मोदी ने वादा किया था देश का प्रधानमंत्री बनने के बाद वे अच्छे दिन आएंगे, किसानों की दुगुनी आय करेंगे और महंगाई कम करेंगे। बावजूद इसके आज 7 साल बाद साजिशन किसानों के खिलाफ तीन काले कानून बनाकर सरकार उन्हें बर्बादी की ओर धकेलने का काम कर रही है। सरकार 28 संशोधन की बात कर उन्हें बरगलाने में लगी है। कोरोना काल में जिस अन्नदाता की कृपा से देश जीवित रहा। आज सरकार ने उन्हें ही सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया है। इस दौरान भारतीय जनता पार्टी के नेता कोई किसानो को नकली बता रहे है तो कोई खालिस्तानी तो कोई मवाली इस प्रकार अन्नदाताओं का अपमान पे अपमान कर रहे है। अभी सत्ता के नशे में चूर हो और देखना  इस घमंड को किसान भाई ही तोड़ेगें।

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