रायपुर। पुलिस और आबकारी अफसरों की निगाह से बचकर शराब की तस्करी करने वाले दो युवकों को अब पकड़ लिया गया है। ये कार्रवाई आबकारी विभाग के अफसरो...
रायपुर। पुलिस और आबकारी अफसरों की निगाह से बचकर शराब की तस्करी करने वाले दो युवकों को अब पकड़ लिया गया है। ये कार्रवाई आबकारी विभाग के अफसरों ने की है। टीम ने लाल रंग की होंडा सिटी कार की तलाशी ली तो इसमें से फॉर सेल इन मध्य प्रदेश लिखी शराब की बोतलें मिली हैं। टीम ने कार में सवार दो युवकों अमनदीप और जितेंद्र कोटवानी को पकड़ा है। इनसे शराब के बारे में पूछताछ की जा रही है। युवक कहां के रहने वाले हैं क्या इनका संबंध शराब तस्करों के किसी बड़े रैकेट से है इसकी भी जांच की जा रही है। लाल रंग की होंडा सिटी शराब तस्करों के काले कारनामों को अंजाम देने का जरिया बनी। अब तक की जांच में ये बात सामने आई है कि युवत जानबूझकर लग्जरी कार का इस्तेमाल करते थे ताकि किसी को शक न हो। आराम से ये रायपुर और रूक्क के बीच का सफर करते थे। कुछ स्थानीय लोगों की मिली भगत से ये कार में शराब रखकर लाया करते थे। इस बार भी रायपुर के कुछ हिस्सों में ये अवैध शराब को बेचने की ताक में थे। मगर खबर आबकारी विभाग के अफसरों को लग चुकी थी। टीम ने गाड़ी को माना कैंप पर देखा। इसे जांच के लिए रुकवाया गया। जब अफसरों ने गाड़ी की तलाशी ली तब इसमें में 2 लाख की कुल 120 बोतल शराब मिली। इस मामले में फिलहाल छानबीन जारी है।
पुलिस और आबकारी अफसरों पर हो चुकी है कार्रवाई
6 महीने पहले राजेंद्र नगर इलाके में इसी तरह से आबकारी विभाग के अफसरों ने हरियाणा की शराब पकड़ी थी। तब छत्तीसगढ़ के डीजीपी डीएम अवस्थी ने राजेंद्र नगर थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया। इंस्पेक्टर विशाल कुजुर पर अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ लापरवाही बरतने पर अफसर नाराज हुए। डीजीपी ने एडिशनल एसपी लखन पटले और सीएसपी मनोज धु्रव को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। 5 महीने पहने खमतराई के एक गोदाम से पुलिस ने 38 लाख की शराब पकड़ी थी। तब खमतराई पुलिस की छापामारी से आबकारी विभाग की भारी फजीहत हुई । आबकारी विभाग ने खमतराई सर्किल के तीन जिम्मेदार अधिकारियों सहायक जिला आबकारी अधिकारी दीप महीष और आबकारी उप निरीक्षक अनिल मित्तल को हटाया गया ।
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