नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला आज से हेडिंग्ले (लीड्स) में शुरू हो रहा है। 1-0 की बढ़त हासिल क...
नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की सीरीज का तीसरा मुकाबला आज से हेडिंग्ले (लीड्स) में शुरू हो रहा है। 1-0 की बढ़त हासिल कर चुकी टीम इंडिया अगर यह मैच जीत लेती है तो वह 35 साल पुराने रिकॉर्ड की बराबरी कर लेगी। यह रिकॉर्ड है इंग्लैंड में एक टेस्ट सीरीज में सबसे सबसे ज्यादा मैच जीतने का। 1986 में कपिल देव की अगुआई वाली भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 2-0 से हराया था। यह इंग्लैंड में भारत-इंग्लैंड के बीच खेली गई इकलौती ऐसी टेस्ट सीरीज है जिसमें भारतीय टीम ने 2 से ज्यादा मैच जीते। न्यूजीलैंड के खिलाफ वल्र्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे खास परफॉर्म नहीं कर पाए थे। इसके बाद यह बहस तेज हो गई थी कि क्या इन्हें ड्रॉप कर देना चाहिए, लेकिन दूसरे टेस्ट मैच में भारत की दूसरी पारी में दोनों ने शतकीय साझेदारी कर टीम इंडिया की जीत की जमीन तैयार की। ऐसे में इस बात की संभावना अधिक है कि दोनों ही दिग्गज बल्लेबाज तीसरे टेस्ट के लिए भी अपनी जगह कायम रखने में सफल होंगे। लॉड्र्स में भारत 4 फास्ट बॉलर्स और रवींद्र जडेजा के रूप में इकलौते स्पिनर के साथ उतरा था। लॉड्र्स टेस्ट में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का खेलना तय था, लेकिन मैच से ठीक पहले बारिश के कारण भारतीय टीम मैनेजमेंट ने उनकी जगह ईशांत शर्मा को शामिल कर लिया। तीसरे टेस्ट की पिच ड्राई रहने की उम्मीद है। ऐसे में गेंदबाजी के मोर्चे पर कप्तान विराट कोहली बदलाव कर सकते हैं। भारतीय टीम ईशांत को बाहर कर अश्विन को शामिल कर सकती है। मंगलवार को नेट सेशन में हनुमा विहारी ऑफ स्पिन डालते देखे गए हैं। ऐसे में ईशांत की जगह विहारी को शामिल करना दूसरा विकल्प हो सकता है। इससे भारत की बल्लेबाजी भी मजबूत होगी। लॉड्र्स टेस्ट के कॉम्बिनेशन को रिपीट करना पहले ही एक विकल्प है।
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