सुखे की आशंका से किसानो की आंखो में आसु, छत्तीसगढ़ में कहीं नही है सरकार नाम की चीज झूठे मामलों पर फसाकर निरआपराधियों को जेल भेज दिया जाता ...
सुखे की आशंका से किसानो की आंखो में आसु, छत्तीसगढ़ में कहीं नही है सरकार नाम की चीज
झूठे मामलों पर फसाकर निरआपराधियों को जेल भेज दिया जाता है, अभी सिर्फ बयान दिया जा रहा है- अपराधी बचेगा नही
मातृशक्ति का अपमान नही, बातों के अर्थ का अनर्थ करने के बजाय भावनाओं को समझकर सुधरने की कोशिश करना चाहिए
अबेरन्यूज़ भिलाई। दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय बघेल ने सवाल खड़े किया है कि भगवान श्री राम को अपमानित करने वाले का बेटा क्या किसान पुत्र हो सकता है ? ‘‘ किसान पुत्र ‘‘, ‘‘थूंक ‘‘, ‘‘ब्रम्हाण‘‘ जैसे मुद्दों को लेकर गर्म चल रही छत्तीसगढ़ की राजनीति में सांसद श्री बघेल के ऐसे सवाल से नया भूचाल खड़े होते दिख रहा है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम हम सबके आराध्य है। एक-एक किसानों के आराध्य देव है। लंका से भगवान श्री राम की अयोध्या वापसी पर किसानों ने ही घर-घर दिये जलायें थे और खुशिया मनाई थी। किसानों की भगवान श्री राम के प्रति ऐसी अगाध आस्था हमेशा से है। आराध्य देव भगवान श्री राम को गाली देने वाले पिता का बेटा, ‘‘किसान पुत्र‘‘ कतई नही हो सकता। सांसद विजय बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में अभी किसान हताश निराश परेशान है। उसके साथ सिर्फ छलावा किया जा रहा है। उन्होंनें कहा कि यहां इतना अधिक जनआक्रोश, नाराजगी है कि आक्रोश में सभ्य, सुसंस्कृत, सुशील व सरल महिला के मुंह से भी राज्य सरकार के खिलाफ अनुचित शब्द निकल जाते है। वह थूंक नही फूंक के ताकत की बात है। भारतीय जनता पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता मिलकर फूंक मारेगा तो प्रदेश की अहंकारी सरकार निश्चित रूप से ताश के पत्ते की तरह ढह जायेगी।
सांसद विजय बघेल ने कहा कि डी. पुरंदेषश्वरी दीदी महान भारतीय परम्पराओं व संस्कृति को मानने वाले सभ्य परिवार की सुसंस्कृत सुशील महिला है। उनके पूज्य पिता जी एन.टी. रामाराव अपने व्यवहार कुशलता, सद्भावना तथा सभी को साथ लेकर चलने की बेहतरीन क्षमता से इतने लोकप्रिय रहे है कि उन्हे वहां भगवान की तरह पूजा जाता रहा है। हॉलाकि, दीदी जी कहना कुछ चाहती थी दक्षिण भारतीय होने की वजह से शब्दों के फर्क से कुछ निकल गया। बेतुकी बयान बाजी करने के बजाय ऐसी सरल सहज व सुसंस्कृत पारम्परिक भारतीय महिला की बातों का अर्थ का अनर्थ करने के बजाय उनके भावनाओं को समझना चाहियें और छत्तीसगढ़ सरकार को इसे समझते हुए अपनी गलतियों को सुधारना चाहियें । उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता मिलकर फूक मारेगा तो प्रदेश का अहंकारी सरकार ताश के पत्ते की तरह ढह जायेगी। इस सरकार कों अब लोंगों से छलावा करने की राजनीति से अब बचना चाहियें।
सांसद विजय बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने अभी देखा है कि एक सभ्य सुसंस्कृत राषट्रीय नेत्री ‘‘ दीदी डी. पुरंदेष्वरी ‘‘ पर एक मंत्री ने किस तरह से अभद्र असंसदीय टिप्पणी की और उसे दीदी जी ने सहन किया। कोई प्रतिक्रिया नही । यह हमारी मातृशक्ति की सहनशीलता और धैर्य है। किसान पुत्र की बात को कटघरे में खड़ा करते हुए सांसद विजय बघेल ने आगे कहा कि कर्ज माफी के नौटंकी से भी किसानों और सहकारी बैंकों को भी नुकसान हुआ है। किसानों को नकली खाद, बीज और रासायनिक खाद की कमी की समस्या से लगातार जुझना पड़ रहा है और हर जगह ऐसा लगता है कि यह सब सरकार के संरक्षण में चल रहा है। नकली बीज मिलने से खेतों में फसल खड़ी ही नही हुई । बैंकों को कर्ज माफी के करोड़ों रूपया वापस नही मिला है जिससे उनकी आर्थिक हालत खराब हो रही है। धान का उठाव करने में भारी देरी की गई जिससे सोसाइटियों को बड़ा नुकसान हुआ है। कई सोसाइटी के प्रबंधकों ने कहा है कि ऐसी देरी जानबूझ कर कराई गई ताकि उन्हे नुकसान का सामना करना पड़ें। ऐसे कृत्य करने और निर्णय लेने वाले लोग अपने को किसान का हितैषी बताकर फिर सभी के साथ छलावा करने में लगे हुए है।
सांसद विजय बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ देख रहा है कि यहंा कितना अत्यचार, दमन और अपराधीकरण हो रहा है। अवैध शराब माफियाओं को चारों तरफ छूट दे दी गई है। निर अपराधियों को झूठे मामलों में फंसाकर जेल भेजा जा रहा है। भोले भाले लोगों को षडयंत्र पूर्वक झूठे मामलों में फंसाया जा रहा है। कोई अवैध दारू, अपराधियों के खिलाफ बोलता है तो उसे जेल भेज देने की सजिश की जाती है। छत्तीसगढ़ प्रदेश में अभी ऐसी सरकार चल रही है। ऐसी सरकार में जब यह कहा जाता है कि जिसने गलती की है उसे सजा जरूर दी जायेगीं चाहें वह कोई भी हो तो ऐसा बयान मजाक के जैसा लगता है। कार्यवाही करने की जगह बयान दिया जा रहा है। हिन्दु धर्म और किसानों के ईशष्टदेव भगवान के खिलाफ अपशब्द तथा एक सभ्य समाज के खिलाफ बोलने, सद्भावना पूर्ण माहौल को बिगाडनें वाले अपने पिता के खिलाफ कार्यवाही करने के बजाय बयान बाजी की जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को यह जरूर मालूम होगा कि उनके पिता नंद कुमार बघेल, जहां भी जाते है व्हीआईपी प्रोटोकॉल की मांग करते है। ऐसे में कार्यवाही करने के बजाय उन्हे बचाने वाला बयान देकर क्या करने की कोशिश की जा रही है। यहां समझ में आ जाता है। राम भक्त होने, राम गमन पथ निर्माण की बात करने वाले स्वयंभू को यह बताना चाहियें कि न्याय दिलाने और अपराधी के साथ दोहरा चरित्र क्यों अपनाया जा रहा है।
उन्होंनें कहा कि छत्तीसगढ़ में नारी शक्ति को हमेशा पूजा जाता है। अभी मातृशक्ति में भी छत्तीसगढ़ की प्रदेश सरकार को लेकर भारी नाराजगी और आक्रोश है।
सांसद विजय बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के ज्यादातर हिस्से इस समय अल्पवर्षा, सूखे के संकट से जूझ रहे है। खेतों में खड़ी फसल सूख रही है। खेतों को पानी की जरूरत है। आदूरदर्शी नीति के चलते बाधों से पानी नही छोंडा जा रहा है। किसानों की आंखों में आंसू है लेकिन किसान हितैशी होने का ढोंग करने वाले कोई निर्णय लेने में सक्षम नही दिख रहे है।
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