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शिक्षा के बाजारीकरण पर लगाम लगाई जाए : अज़ीम खान

abernews कोरोना काल के दौरान लोकडाउन किये जाने का असर अब दिखने लगा है ,कहि बेरोजगारी बड़ रही है तो कही भविष्य की चिंता सताने लगी है । समाचार ...


abernews कोरोना काल के दौरान लोकडाउन किये जाने का असर अब दिखने लगा है ,कहि बेरोजगारी बड़ रही है तो कही भविष्य की चिंता सताने लगी है ।
समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी मिलने पर आम आदमी पार्टी ने इन मुद्दों पर चिंता जताई है ,खासकर शिक्षा व शिक्षकों के भविष्य को लेकर आम आदमी पार्टी प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में जिस प्रकार लगभग 450 स्कूले पूर्णतः बन्द कर दी गई है एवं लगभग 150 बन्द होने की कगार पर है ये बेहद ही चिंता का विषय है इसमें सरकार को पहल करते हुए कोई उचित व्यवस्था बनाने हेतु रणनीति बनानी होगी जिससे इन स्कूलों में पढ़ रहे लगभग 50 हजार बच्चों के भविष्य की पढ़ाई शुचारु रूप से जारी रहे व उनके किसी अन्य स्कूलों में दाखिले हेतु भटकना न पड़े जिसकी व्यवस्था सरकार को बनानी होगी ,साथ ही इन स्कूलों के लगभग 20 हजार कर्मचारियों के रोजगार की व्यवस्था पर सरकार को काम करना पड़ेगा। शिक्षको पर उन्होंने एक सुझाव देते हुए कहा कि सरकार द्वारा इंग्लिश मीडियम स्कूल जो खोले गए है उन स्कूलों में इन कर्मचारियों के सकझांत्कार कर योग्यता के आधार पर नौकरी दी जानी चाहिए।

प्रदेश मीडिया सहप्रभारी अज़ीम खान ने कहा कि भविष्य में स्कूल के बाजारीकरण पर लगाम लगाने की जरूरत है जिस प्रकार आज प्राइवेट स्कूल बंद हो रहे है एवं उन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावक को दूसरे स्कूलों में दाखिले के दौरान लगने वाले जरूरी दशतावेजो की खातिर भटकना पड़ रहा है इससे ये साबित होता है कि इन स्कूलों का उद्देश्य केवल पैसे कमाना था बच्चों के भविष्य से इनका कोई सरोकार नही था यदि इन्हें बच्चों के भविष्य की चिंता होती तो स्कूल बंद करने से पहले उन बच्चों के दशतावेज का बंदोबस्त करने के पश्चात बन्द करते । हमारी राज्य सरकार से अपील है आने वाले वक्त में किसी भी प्राइवेट संस्था को स्कूल खोलने की अनुमति न दी जाए ,इससे शिक्षा का बाजारीकरण होने से बचा जा सके ।


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