चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस के प्रधान पद से इस्तीफा देने वाले नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। इस्तीफे के बाद सिद्धू अपने प...
चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस के प्रधान पद से इस्तीफा देने वाले नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं। इस्तीफे के बाद सिद्धू अपने पटियाला स्थित आवास पर हैं और वहां फिलहाल गहमागहमी का माहौल है। वहीं हाईकमान ने सिद्धू का इस्तीफा नामंजूर कर दिया है और राज्य स्तर पर ही उन्हें मनाने की बात की है। इसी बीच बुधवार सुबह सीएम चरणजीत चन्नी ने कैबिनेट की एक आपातकालीन बैठक बुला ली है। बैठक में सिद्धू को मनाने के लिए रणनीति पर चर्चा होगी। पंजाब के मुख्यमंत्री चरण जीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में मंत्रिमंडल की आपात बैठक शुरू हो गई है। बैठक में नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने के लिए रणनीति पर चर्चा की जा रही है। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि पंजाब के एक सांसद के रूप में वे पंजाब में होने वाली घटनाओं से बेहद व्यथित हैं। पंजाब में शांति बड़ी मुश्किल से आई है। 25 हजार लोगों ने 1980 से 1995 के बीच उग्रवाद के दौरान पंजाब में शांति वापस लाने के लिए खुद को बलिदान कर दिया। इनमें से ज्यादातर कांग्रेसी थे।
वेणुगोपाल ने कहा- चिंता की कोई बात नहीं
वहीं सिद्धू के पटियाला आवास पर उनके नजदीकी नेता लगातार वहां पहुंच रहे हैं और बैठकों का दौर जारी है। बताया जा रहा है कि सिद्धू को उनके करीबी नेता लगातार मना रहे हैं कि वह अपना इस्तीफा वापस ले लें। इस बीच कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि चिंता की कोई बात नहीं है, सब ठीक हो जाएगा।
सिद्धू पर भड़के बिट्टू
नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद पंजाब कांग्रेस में अब सिद्धू के खिलाफ माहौल बनने लगा है। ज्यादातर कांग्रेस नेताओं ने सिद्धू को उनके इस्तीफे के लिए घेरना शुरू कर दिया है। लुधियाना के सांसद रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि कुछ लोगों को किरकिरी कराने की आदत होती है। उन्होंने संदेह जताया कि ऐसे लग रहा है कि सिद्धू के इस्तीफे के पीछे किसी पार्टी द्वारा काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब में कांग्रेस को कोई खतरा नहीं है और रूठने वाले भले ही रूठे रहें, क्योंकि अब कोई उन्हें मनाकर वापस नहीं लाने वाला।
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