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चार साल की बच्ची की रेप के बाद हत्या:दुष्कर्मी को सुनाई फांसी की सजा

  जज ने लिखा- समाज के लिए यह घृणित और कलंक है राजनांदगाव। यह सबक है, सुधर जाओ! छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में एक रेपिस्ट को फास्ट ट्रैक कोर्ट ...

 


जज ने लिखा- समाज के लिए यह घृणित और कलंक है

राजनांदगाव। यह सबक है, सुधर जाओ! छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में एक रेपिस्ट को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। इस केस में 4 साल की बच्ची को पहले अगवा किया गया और दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी। ऐसा कुकर्म पड़ोस के ही युवक ने किया था, जिसे फास्ट ट्रैक कोर्ट ने फांसी की सुनाई है। जज ने लिखा है- समाज के लिए यह घृणित और कंलक है। मौत के बाद ही सही, इस फैसले से बच्ची को न्याय मिलेगा। वहीं  अपहरण, बलात्कार और हत्या से जुड़े इस संगीन मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने एक रेपिस्ट को सजा-ए-मौत देने के साथ-साथ दुष्कर्म की नीयत रखने वाले तत्वों को बड़ा सबक भी दे दिया है। मिली जानकारी के अनुसार 4 साल की बच्ची से दुष्कर्म और हत्या करने वाले शेखर कोर्राम (24) को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। शेखर  ने पड़ोस में रहने वाली बच्ची को अगवा किया, दुष्कर्म किया और इसके बाद उसकी हत्या कर दी थी। दुष्कर्मी शेखर को इस मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। जिले में संभवत: यह पहला मामला है, जब किसी को मौत की सजा सुनाई गई हो।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
राजनांदगांव के कोतवाली थाना क्षेत्र में चिखली के कांकेतरा गांव में 22 अगस्त 2020 को एक बच्ची लापता हो गई। गुमशुदगी दर्ज होने पर पुलिस ने तलाश शुरू की तो पूछताछ में पता चला कि घर से लगभग 100 मीटर दूर रहने वाले शेखर कोर्राम को उसके साथ देखा गया है। इस पर पुलिस ने देर शाम संदिग्ध मानकर शेखर के घर दबिश दी। तलाशी के दौरान वहां पलंग और दीवार के बीच बच्ची का शव बरामद हो गया। घटना का खुलासा होने पर पुलिस की पूछताछ में शेखर ने बताया कि वह बच्ची को चॉकलेट का लालच देकर साथ ले गया था। दुष्कर्म के बाद बच्ची ने शोर मचाया तो उसने तकिए के कवर से उसका मुंह दबाकर हत्या कर दी। शव को ठिकाने लगाता इससे पहले ही पुलिस ने उसे दबोच लिया। पुलिस ने तेजी से जांच पूरी की और डीएनए टेस्ट रिपोर्ट के साथ 19 सितंबर को चालान पेश कर दिया। इस बीच शहर भर में बच्ची के पक्ष में प्रदर्शन और रैलियां होती रहीं।
जज ने कहा-समाज के लिए घृणित और कंलक है यह
फास्ट ट्रैक एडीजे कोर्ट ने एक साल चली सुनवाई के बाद शेखर कोर्राम को फांसी की सजा सुनाई है। जस्टिस शैलेष शर्मा ने जजमेंट में लिखा है कि यह समाज के लिए घृणित हरकत और कलंक है। मौत के बाद ही सही, इस फैसले से बच्ची को न्याय मिलेगा। बताया जा रहा है कि किसी भी मामले में यह पहली बार है, जब जिले में किसी को मौत की सजा सुनाई गई हो। वहीं लोक अभियोजक परवेज अख्तर का दावा है कि पॉक्सो (प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्र ॉम सेक्सुअल ऑफेंस) एक्ट में प्रदेश में पहली बार किसी को फांसी की सजा हुई है।

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