नई दिल्ली। ठीक नौ महीने बाद फिर से त्योहार और चुनावी माहौल के बीच कोरोना संक्रमण में उछाल के हालात बनने लगे हैं। पिछले एक सप्ताह में जहां-जह...
नई दिल्ली। ठीक नौ महीने बाद फिर से त्योहार और चुनावी माहौल के बीच कोरोना संक्रमण में उछाल के हालात बनने लगे हैं। पिछले एक सप्ताह में जहां-जहां भीड़ जुटी वहां संक्रमण के मामले बढऩे लगे हैं। पूर्वोत्तर और केरल से बाहर आया संक्रमण अब पश्चिम बंगाल, असम और हिमाचल प्रदेश में दिखाई दे रहा है। हालांकि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचलें तेज हो चुकी हैं लेकिन अभी यहां संक्रमण का असर अधिक नहीं मिला है। लेकिन भारतीय वैज्ञानिकों की टीम इन्साकॉग ने चेतावनी दी है कि वायरस में नया म्यूटेशन नहीं हुआ है। हालांकि जिस डेल्टा वैरिएंट की वजह से दूसरी लहर का सामना किया था वह कहीं गायब भी नहीं हुआ है। वैज्ञानिकों ने कहा, हर कोई पहले की तरह भीड़ का हिस्सा बन रहा है लेकिन बीते 55 दिन में ही डेल्टा वैरिएंट दोगुना हो चुका है और 11 गुना डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले बढ़े हैं। इनकी पुष्टि जीनोम सीक्वेसिंग के जरिये हुई है।
गंभीर और जानलेवा वैरिएंट अब भी मौजूद
इन्साकॉग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार 30 अगस्त तक देश में 15 हजार सैंपल ही डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित मिले थे लेकिन बीते 11 अक्तूबर तक इनकी संख्या बढ़कर 26043 हो चुकी है। डेल्टा वन और कप्पा वैरिएंट की संख्या बढ़कर 5449 तक जा पहुंची है। वहीं डेल्टा वैरिएंट से ही निकले एवाई सीरीज के वायरस 393 से बढ़कर 4737 सैंपल में मिल चुके हैं।
No comments