abernews गरियाबंद। वन विभाग मे कुछ भी संभव है क्योकि य़े गाँधी जी का देश है गरियाबंद वन मण्डल मे सब डिवीजन गरियाबंद व देवभोग मे पदस्थ उप वन ...
abernews गरियाबंद। वन विभाग मे कुछ भी संभव है क्योकि य़े गाँधी जी का देश है गरियाबंद वन मण्डल मे सब डिवीजन गरियाबंद व देवभोग मे पदस्थ उप वन मण्डल अधिकारी क्रमशः मनोज चंद्राकर, राजेंद्र कुमार सोरी जो कुछ साल पहले गरियाबंद वन मण्डल के गरियाबंद व मैनपूर वन परिक्षेत्र मे वन परिक्षेत्र अधिकारी के रूप मे पदस्थ थे जो रेंजर से पदोन्नति पा कर एस. डी. ओ बन गये मगर सरकार ने इनको पदोन्नति उपरांत यही का यही पदस्थापना दिया या मामला कुछ और है गरियाबंद वन मण्डल मे करोड़ो के कैम्पा मद, विभागीय मद के कार्यो का संचालन हो रहा है
पदोन्नति उपरांत किसी भी कर्मचारी को अन्यत्र पद स्थापना किया जाता है परंतु इन दोनो एस डी ओ (छोटे साहब) को वही के वही वन मण्डल मे पदस्थ किया जाना विभागीय नीति की पारदर्शिता और कार्य शैली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा
वही कई लोग दबी जुबान इनका विरोध भी कर रहे हो सकता है इनका सरकार मे या विभाग मे तगड़ा अप्रोच हो तभी तो इन महाशयों का पदस्थापना अन्यत्र ना होकर उसी वन मण्डल मे हुआ है जहां पूर्व से पदस्थ है
वन विभाग मे प्रभारवाद का चलन चल निकला है रेंज आफिसर के पद पर बड़े पैमाने पर अराजपत्रित कर्मचारियो को पदस्थ डी एफ ओ साहब कर रहे है गरियाबंद वन मण्डल मे भी कई वन परिक्षेत्र मे डिप्टी रेंजर को रेंज प्रभार दिया गया है जिससे काम लिया जा रहा
कुल मिला कर वन विभाग मे गाँधी वाद हावी है गाँधी जी की कृपा से लोग मन माफिक जगह पदस्थ है और पदोन्नति के बाद अन्यत्र तबादला होना चाहिए परंतु यहा उलट स्थिति है पदोन्नत कर वही के वही रखा गया है
वही गरियाबंद वन मण्डल के मैदानी अमला के वन रक्षक का वर्षो पहले अन्यत्र जिला स्थानांतरण हुआ है परंतु उक्त कर्मचारी को आज तक स्थानांतरित स्थान के लिए भार मुक्त नहीं किया गया है जो कर्मचारी गृह क्षेत्र मे पदस्थ है पूर्व मे इसके विरुद्ध गंभीर शिकायत भी है जिसे पुनः गृह क्षेत्र मे पदस्थ किया गया है
वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियो की कार्यशैली से सरकार की छवि धूमिल हो रही स्थानांतरित कर्मचारी आज डी एफ ओ एस डी ओ के चहेते बने हुए है उक्त कर्मचारी को निर्माण कार्य सहित ढेरो कामो का प्रभार मिला हुआ ।
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