नई दिल्ली। इतिहास पढऩे वाले माया सभ्यता के बारे में जरूर कुछ न कुछ जानते होंगे। माया सभ्यता एक प्राचीन सभ्यता है जिसके बारे में वैज्ञानिकों ...
नई दिल्ली। इतिहास पढऩे वाले माया सभ्यता के बारे में जरूर कुछ न कुछ जानते होंगे। माया सभ्यता एक प्राचीन सभ्यता है जिसके बारे में वैज्ञानिकों को भी कुछ ज्यादा पता नहीं है। इसीलिए यह सभ्यता किसी रहस्य से कम नहीं है। दुनियाभर के वैज्ञानिक सालों से इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर इस सभ्यता की शुरुआत कब हुई और यह कैसे खत्म हुई। हालांकि किसी के पास अभी इसके बारे में कोई सटीक जानकारी नहीं है। हालांकि इस सभ्यता के बारे में कई दावे किए जाते हैं। अब इस बीच शोधकर्ताओं को रहस्यमयी माया कैलेंडर का 2300 साल पुराना अवशेष मिला है। रहस्यमी माया कैलेंडर के बारे में वैज्ञानिकों की सोच को शोधकर्ताओं की एक खोज ने बदलकर रख दिया है। अमेरिका के ग्वाटेमाला में माया कैलेंडर के अवशेष मिले हैं। इस अवशेष को एक पिरामिड के खंडहर से खोजा गया है जिसने वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया है। इस खोज से पता चलता है कि वैज्ञानिकों की सोच से भी पुराना है रहस्यमयी माया कैलेंडर। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तरी अमेरिका के ग्वाटेमाला में शोधकर्ताओं ने एक पिरामिड के खंडहरों में माया कैलेंडर के अवशेष को खोजा है। बताया जा रहा है कि खोजे गए माया कैलेंडर के अवेशष 2300 साल पुराने हैं। इस कैलेंडर के ऊपरी हिस्से पर सात हिरण बने हैं जिसको एग्लीफ कहते हैं।वैज्ञानिकों का कहना है कि इस खोज को प्राचीन संस्कृति की प्रसिद्ध उपलब्धियों में से एक कहा जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि इस कैलेंडर की खोज ने साबित कर दिया है कि प्राचीन काल में अक्षरों का भी प्रयोग किया जाता था। अभी तक कहा जाता था कि सिर्फ चिन्हों या प्रतीकों का इस्तेमाल होता था। हाल ही में प्रकाशित स्टडी में शोधकर्ताओं ने बताया कि है कि ग्वाटेमाला में सैन बार्टोलो में चूना प्लास्टर से बने दो टुकड़े खोजे गए हैं जिसमें एक के ऊपरी हिस्से पर सात हिरण का चिन्ह बना है जबकि दूसरा पत्थर लेखन परंपरा का संकेत दे रहा है। शोधकर्ताओं ने उम्मीद जताई है कि माया सभ्यता में लेखन के विकास के बारे में इससे जानकारी मिल सकती है। सैन बार्टोलो माया उत्खनन स्थल है। उन्होंने बताया है कि इससे अलावा 249 अन्य टुकड़े भी बरामद किए गए हैं जो लास पिंटुरास पिरामिड परिसर में पाए गए हैं। शोधकर्ताओं ने बताया है कि इस कैलेंडर में 260 दिनों का एक साल होता है। कैलेंडर में सात हिरण से एक दिन का संकेत मिलता है। रेडियो कार्बन डेटिंग से पता चला है कि रहस्यमयी माया कैलेंडर लगभग 300 ईसा पूर्व का है। इस स्टडी को लिखने वाले सह-लेखक डेविड स्टुअर्ट ने संभावना जताई है कि यह शहर कभी समारोहों या बाजारों का एक सभा स्थल था। उनका कहना है कि माया सभ्यता के लोगों के पास चार प्रकार के कैलेंडर थे। उनको समय का हिसाब रखना पसंद था। समय को मापने का अलग-अलग तरीका था। उन्होंने आगे बताया है कि यह एक पवित्र भविष्यवाणी कैलेंडर है जिसमें सात हिरण का संकेत बनाया गया होता है। लेकिन यह वह कैलेंडर नहीं है जिसके माध्यम से 2012 में दुनिया खत्म होने की बात कही गई थी।
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