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प्रदेश सरकार की कुपोषण मुक्ति अभियान केवल दिखावा, पिछले 24 दिनों से प्रदेश में पोषण आहार नहीं मिल रहा : शालिनी राजपूत

प्रदेशभर की 23 लाख से ज्यादा बच्चे और 2.45 लाख से अधिक महिलाएं पोषण आहार से वंचित abernews रायपुर। भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश...


प्रदेशभर की 23 लाख से ज्यादा बच्चे और 2.45 लाख से अधिक महिलाएं पोषण आहार से वंचित

abernews रायपुर। भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने प्रदेश सरकार के कुपोषण मुक्त अभियान को केवल दिखावा बताते हुए कहा कि प्रदेश सरकार एक ओर प्रदेश को कुपोषण मुक्त करने का केवल दिखावा कर रही है लेकिन सच कुछ और ही है। प्रदेश में 23 लाख से अधिक बच्चों को पोषण आहार पिछले 24 दिनों से नहीं मिल रहा है वहीं 2.45 लाख गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को भी पोषण आहार नहीं दिया जा रहा है। पहले जब पोषण आहार रेडी टू ईट का निर्माण महिला स्व सहायता समूह द्वारा किया जाता था तो पूरे प्रदेश में कहीं भी पोषण आहार की कमी नहीं होती थी। लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने बदलापुर की राजनीति करते हुए एवं महिला स्व सहायता समूहो के साथ छल करते हुए रेडी टू ईट निर्माण का कार्य बीज विकास निगम को दे दिया गया तब से पोषण आहार निर्माण का कार्य ठप पड़ा है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश भर के कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से पोषण आहार दिया जाता था साथ ही आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से ही गर्भवती एवं शिशु वती महिलाओं को भी यह पोषण आहार दिया जाता था ताकि उन्हें किसी प्रकार की शारीरिक परेशानी ना हो लेकिन प्रदेश सरकार ने प्रदेशभर की महिलाओं के साथ छल किया है।

भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने कहा कि प्रदेश भर के लगभग 50311 आंगनबाड़ी केंद्रों में पिछले 24 दिनों से पोषण आहार नहीं पहुंचा है जिसके कारण पोषण आहार का वितरण पूरे प्रदेश भर में ठप पड़ा है। प्रदेश सरकार महिला स्व सहायता समूह को बीज विकास निगम के माध्यम से केवल रेडी टू ईट वितरण का कार्य सौंपा था जिसके खिलाफ महिला स्व सहायता समूह ने माननीय उच्च न्यायालय का शरण लिया। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को केवल दाल चावल ही परोसा जा रहा था साथ में रोटी भी परोसी जाती थी लेकिन गेहूं की सप्लाई नहीं होने से बच्चों को रोटी भी नहीं मिल रहा था। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग करते हुए कहा कि रेडी टू ईट निर्माण का कार्य पुनः महिला स्व सहायता समूह को दिया जाए ताकि सही समय पर बच्चों एवं गर्भवती व शिशुवती महिलाओं को पोषण आहार मिल सके।

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