बालोद। विगत दिनों जगन्नाथपुर के युवक-युवतियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर गांव में अवैध शराब बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग की थी।...
बालोद। विगत दिनों जगन्नाथपुर के युवक-युवतियों ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर गांव में अवैध शराब बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। एसपी व कलेक्टर के नाम से ज्ञापन दिए गए। इस ज्ञापन में पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठाए गए थे। गांव के अस्तित्व को बचाने के लिए युवा आगे आए हैं। युवाओं के इस कदम को देखकर गांव के जागरूक लोगों ने भी उनका साथ देना शुरू कर दिया है। अक्षय तृतीया के दिन सामूहिक पूजा अर्चना के दौरान गांव के जागरूक लोगों ने युवाओं की मांग को जायज ठहराते हुए उनका साथ देने की बात कही। और कहा कि 4 से 5 दिन में अगर गांव की स्थिति नहीं सुधरती है तो फिर पूरा गांव ट्रैक्टर में सवार होकर फिर से कलेक्टर दफ्तर पहुंचेंगे। हालांकि अभी ऐसी नौबत नहीं आई है। तो वहीं इधर सक्रिय युवा युवती संगठन द्वारा गांव में शराब बिक्री को रोकने के लिए अर्थदंड को लागू किया गया है। इस संबंध में गांव के प्रमुखों की सहमति से मुनादी भी करवाई गई। जिसमें नियम बनाया गया है कि गांव में शराब बेचना मना है, गांजा पीना मना है। दूसरे गांव के लोगों का भी यहां आकर खुलेआम शराबखोरी करना मना है। नियम का उल्लंघन करने वालों पर अर्थदंड लगाया जाएगा। शराब बेचने वालों पर 10000 का अर्थदंड आरोपित किया जाएगा। वहीं कोई शराब बेच रहा है तो उन्हें पकडऩे वालों के लिए भी यह इनाम रखा गया है। इस संबंध में गांव के कोटवार कैलाश द्वारा मुनादी भी कर दी गई है। इस मुनादी का असर भी देखने को मिल रहा है। जहां जगन्नाथपुर के चौक में रोज शाम को मदिरा प्रेमियों के चलते मेले जैसा माहौल होता था वहां अब माहौल में सुधार देखने को मिला है। शराब के साथ अब गांव में सट्टा खिलवाने का भी खेल चल रहा है। इसकी शिकायत सामने आई है। कुछ लोग इसमें संलिप्त पाए गए हैं। इसे देखते हुए जागरूक युवा अब इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। सट्टा, शराब, गांजा सभी तरह के दुष्कृत्य को रोकने के लिए नियम बनाया जा रहा है।
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