रायपुर। धरना स्थल को शहर से बाहर किये जाने के कदम को आम आदमी पार्टी ने सरकार द्वारा अघोषित आपात काल करार दिया है।आम आदमी पार्टी के प्रदेश अ...
रायपुर। धरना स्थल को शहर से बाहर किये जाने के कदम को आम आदमी पार्टी ने सरकार द्वारा अघोषित आपात काल करार दिया है।आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने रोष प्रगट कर कहा कि बुढापारा मे धरना स्थल बनाये रखने अथवा धरना स्थल को ईदगाह भाठा मैदान में पूर्व स्थान पर पुनः शिफ्ट करने की मांग की है।ये सब कर राज्य सरकार विभिन्न संगठनो की जायज मांगों को बलपूर्वक दबाकर अपना तानाशाही शासन चलाना चाह रही है।
धरना की अनुमति नही दिये जाने के प्रशासन के फैसले का विरोध करते हुए कहा है कि प्रजातंत्र में कुछ प्रतिबंधित संगठनो को छोड़कर समस्त संगठनो को विरोध प्रदर्शन का अधिकार दिया जाना चाहिए। बुढापारा धरना स्थल में मात्र 100 लोगो को ही धरना दिये जाने की अनुमति जनता के विरोध के अधिकार को सीमित करता है। उल्लेखनीय है कि बड़े राजनीतिक समूहों को मोती बाग से लेकर जयस्तंभ चौक तक धरना व जुलूसो की अनुमति मिल जाना आम बात है,जबकि आम जनता , किसानों , मजदूरों, कर्मचारियों व नागरिक अधिकारों के लिए कार्यरत संगठनो को अपनी माँगो हेतु आंदोलन करने पर कठिन शर्तो का सामना करना पड़ता है। यह प्रवृत्ति आम जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों पर सीधा हमला है।
सभी समूहों, संस्थाओ व संगठनो हेतु रायपुर में बुढापारा व ईदगाह भाठा मैदान को धरना स्थल के रूप में बहाल करने तथा इन स्थानों पर आंदोलनकारियों को बिजली, पानी, साफ सफाई, शौचालय सहित समस्त बुनियादी सुविधाएं प्रदान किये जाने की मांग की है।
कोमल हुपेंडी ने कहा कि छतीसगढ़ में भ्रष्टचार चरम पर है। छत्तीसगढ़ सरकार के प्रति यहाँ की जनता काफी आक्रोशित है। आने वाले चुनाव में आम आदमी पार्टी इन्हें सब मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे। जनता आम आदमी पार्टी की स्वच्छ राजनीति से प्रभावित हो रही है और अब प्रदेश की जनता ने बदलाव का मन बना लिया है।
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