इस्तांबुल। रविवार की रात को आए भीषण भूकंप में जमींदोज हुई इमारतों के मलबे से अभी लोग निकाले ही जा रहे हैं कि तुर्की में एक बार फिर से धरत...
इस्तांबुल। रविवार की रात को आए भीषण भूकंप में जमींदोज हुई इमारतों के मलबे से अभी लोग निकाले ही जा रहे हैं कि तुर्की में एक बार फिर से धरती कांपी है। कुछ ही देर पहले तुर्की में 7.5 रिक्टर स्केल की तीव्रता वाला भूकंप आया है। इस भूकंप के बाद एक बार फिर से लोग दहशत में आ गए हैं और सुरक्षित ठिकानों की तलाश में हैं। यह भूकंप तुर्की के दक्षिण पूर्वी इलाके में ज्यादा महसूस किया गया है और वहीं इसका केंद्र भी बताया जा रहा है। इससे पहले रविवार रात को 7.8 की तीव्रता वाला भूकंप आया था। इस भूकंप के चलते तुर्की में अब तक 1300 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। 7 प्रांतों में यह भूकंप महसूस किया गया है और सैकड़ों इमारतें जमींदोज हो गई हैं। इन इमारतों के मलबे से लाशों को निकालने का काम जारी है। इसके अलावा सीरिया में भी 700 से ज्यादा लोगों के मारे जानकारी पुष्टि हो चुकी है। अभी मौतों का यह आंकड़ा और बढ़ सकता है। इस दर्दनाक आपदा पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है और तुर्की को हरसंभव मदद करने का वादा किया है। तुर्की और सीरिया में भूकंप ऐसे वक्त में आया, जब लोग रात को सो रहे थे। इसके चलते अधिकतर लोगों को भूकंप के बीच भागने का भी मौका नहीं मिल सका। इस भूकंप से नुकसान की वजह तीव्रता के अलावा 1 मिनट तक की अवधि भी है। आमतौर पर इतनी देरी तक भूकंप नहीं आता है। भारत ने मदद के तौर पर सर्च ऐंड रेस्क्यू टीम भेजने की बात कही है। इसके अलावा मेडिकल टीमों को राहत सामग्री के साथ भेजा जा रहा है ताकि पीड़ितों की मदद की जा सके। रूस, अमेरिका और चीन समेत कई और देशों ने भी तुर्की और सीरिया की मदद करने का भरोसा दिया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट कर कहा कि उन्हें इस आपदा में बड़ी संख्या में लोगों की जान जाने से दुख पहुंचा है। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की। पीएम मोदी ने हालात से निपटने के लिए हरसंभव मदद करने का वादा किया।
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