बिलासपुर। फरवरी में ही गर्मी का एहसास होने लगा है। जिन मोहल्लों में कभी किसी भी सीजन में पानी की समस्या नहीं होती थी। वहां भी लो प्रेशर क...
बिलासपुर। फरवरी में ही गर्मी का एहसास होने लगा है। जिन मोहल्लों में कभी किसी भी सीजन में पानी की समस्या नहीं होती थी। वहां भी लो प्रेशर के चलते पेयजल संकट गहराने के संकेत मिलने लगे हैं। अरपा पार कपिल नगर मोहल्ले में एक मशीन को सुधार कर फिर से बैठाया गया है। मशीन पानी सप्लाई कर रही है लेकिन इसके बाद भी कुछ घरों में नगर निगम की पानी की सप्लाई प्रभावित हुई है। कंचू दुबे के घर नल में बूंद-बूंद होकर पानी आ रहा है। वहीं प्रकाश तिवारी और संस्कार श्रीवास्तव के घर नल में पानी ही नहीं चढ़ रहा है। इससे यह सभी परेशान हो गए हैं। इधर सरकंडा थाना के आसपास के क्षेत्र में भी पानी सप्लाई में बाधा की शिकायतें आ रही हैं। नगर निगम की सीमा में 1111 बोर हैं और पानी के संकट से निपटने के लिए प्लंबर की भी व्यवस्था की गई है। भीषण गर्मी की संभावना को देखते हुए हर साल की तरह वाटर लेबल और भी नीचे जाने की उम्मीद है। इस लिहाज से नगर निगम पानी की भीषण समस्या से लोगों को कैसे निजात दिलाता है। यह अपने आप में एक चुनौती होगी। जबड़ापारा के सतीश सराफ ने बताया कि नाला के पास एक हफ्ते से पानी लीकेज हो रहा है जिसके कारण रोड में नाली का गंदा पानी भर गया है। वहीं पानी की पाइप लाइन परंपरागत ज्यादातर लोहे की बनी हुई हैं। दो पाइप के बीच ज्वाइंट या कहीं वर्षों पुरानी लोहे की पाइप जंग आदि लगने के कारण कमजोर हो गई है। पानी के प्रेशर की वजह से पानी लीक होकर बर्बाद होता रहता है। तकनीकी सुधार कर पानी के बर्बादी को रोकने की जरूरत है। क्षेत्र के लोग पानी संकट को देखते हुए अभी से जल संरक्षण की मुहिम में जुट गए हैं। आज का सड़क किनारे लगे सरकारी नलों को लोगों ने खैरात समझ लिया है। आने जाने वाले लोग नल की टोटी खोल कर चले जाते हैं और पानी बर्बाद होता रहता है। जन संरक्षण में जुटे लोग बार-बार लोगों को टोंटी बंद करने की गुहार लगाते रहते हैं।
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