रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट किया कि आंकड़ों पर नजर डालिए तो पता चल जाएगा। दरअसल, ‘अमृतकाल’ में देश में कथित ‘ऐतिहासिक विकास’ का...
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट किया कि आंकड़ों पर नजर डालिए तो पता चल जाएगा। दरअसल, ‘अमृतकाल’ में देश में कथित ‘ऐतिहासिक विकास’ का दावा असत्य है। वास्तविकता यह है कि यूपीए के 10 वर्ष के कार्यकाल में जीडीपी की औसत वार्षिक वृद्धि दर, एनडीए के विगत 9 साल के कार्यकाल की तुलना में अधिक रही है। जैसे 2019 से 2022 के बीच कोविड संकट आया था, वैसे ही 2006 से 2008 के बीच वैश्विक मंदी भी आयी थी। लेकिन डा मनमोहन सिंह जी के कुशल आर्थिक प्रबंधन के कारण जीडीपी की वृद्धि दर पर प्रभाव नहीं पड़ा। बजट पर अपनी प्रतिक्रिया में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा-'इसे निर्मलाजी का निर्मम बजट कहा जा सकता है।" उन्होंने कहा कि इस बजट में न युवाओं के लिए कोई सुविधा है, न किसानों की आय दोगुना करने की बात है, न ही महिलाओं के लिए कुछ है। यह बजट केवल चुनाव को देखते हुए बनाया गया है। इसमें महंगाई और बेरोजगारी को कम करने की कोई व्यवस्था नहीं है। नए लोगों को कैसे रोजगार मिलेगा, इसमें कुछ नहीं है। जितनी भी खाद्य सामग्री है, वो महंगी हो गई है। बजट में श्री अन्न् की बात कही गई, कोदो-कुटकी, सांवा तक की बात कही गई, लेकिन इसका न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) भारत सरकार ने आज तक घोषित नहीं किया। समर्थन मूल्य पर खरीदने की भी कोई बात किसानों के लिए नहीं कही गई। यह बजट निराशाजनक है।
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