रायपुर। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का विचार है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में परिव...
रायपुर। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का विचार है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में परिवर्तन लाने के लिए विश्व मे शांति स्थापित होना पहली प्राथमिकता होना चाहिए। युद्ध केवल विनाश की ओर ले जाता है। यह मानवता के खिलाफ सबसे बड़ा अपराध है। युद्ध के कारण अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे न केवल विश्व की वित्तीय व्यवस्था बल्कि सामाजिक व्यवस्था भी कमजोर हो जाती है।
मैट्स यूनिवर्सिटी के बिज़नेस एवं मैनेजमेंट विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. उमेश गुप्ता ने बताया कि विभाग द्वारा 17 से 18 मार्च 2023 तक ’वैश्विक वितीय एवं आर्थिक परिवर्तन: विकास पर प्रभाव’ विषय़ पर यहाँ न्यू सर्किट हाउस में आयोजित दो दवसीय छत्तीसगढ़ रिसर्च कॉन्क्लेव-2023 का शुभारंभ राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा वर्तमान में रूस और यूक्रेन के बीच चल रहें युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति का मार्ग अपनाने की अपील की गई है। युद्ध का प्रभाव लोगों के ऊपर पड़ता है और आम जनता को आर्थिक बदहाली से गुजरना पड़ता है। इसलिए युद्ध और नरसंहार की कीमत पर किसी भी समस्या का हल नहीं निकल सकता है। इसे बातचीत के जरिए ही सुलझाने का रास्ता निकाला जाना चाहिए। विश्व ने दो महायुद्ध और उसके दुष्परिणाम देखे हैं। इनसे दुनिया को सबक लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत, अमेरिका, चीन, जापान, और जर्मनी के बाद विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। प्रधानमंत्री ने भारत को पांच ट्रिलियन डालर अर्थव्यवस्था बनाने का जो सपना देखा था वह अब वास्तविक स्वरूप ले रहा है। भारत के लाखों वंचित वर्गाे को बैंकिंग तंत्र से जोड़ा गया है और करोड़ों युवाओं को 20 लाख करोड़ से अधिक का मुद्रा ऋण बिना बैंक गारंटी स्वीकृत किया गया है। स्थानीय कुटीर उद्योग एवं उत्पादों को बढ़ावा देने की प्रधानमंत्री की योजना से हजारों युवाओं को रोजगार मिला है।
इस अवसर पर मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया ने वैश्विक वितीय आर्थिक व्यवस्था के विकास पर पड़ने वाले प्रभावों पर अपने विचार व्यक्त किये। छत्तीसगढ़ रिसर्च कान्क्लेव में यूक्रेन के फैशन इंडस्ट्री में सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर कार्यरत ल्यूडमिला मुखरडजी एवं कुलपति प्रो. के.पी. यादव ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने स्मारिका का भी विमोचन किया। इसके पूर्व कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रगान, राजकीय गीत तथा माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ किया गया।
मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री गजराज पगिरया ने राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन व अन्य अतिथियों को पुस्तक भेंटकर स्वागत किया। महानिदेशक श्री प्रियेश पगारिया ने राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन तथा अन्य अतिथियों को शाल, श्रीफल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र के समापन अवसर पर कुलसचिव श्री गोकुलानंदा पंडा ने आभार व्यक्त कर धन्यवाद ज्ञापित किया। कान्क्लेव के प्रथम सत्र में मुख्य वक्ता शीतल शाश्वत वर्मा ने आर्थिक वित्तीय एवं वाणिज्य के विभन्न विषयों पर प्रतिभागियों को अवगत करवाया ।
विभिन्न राज्यों के शोधकर्ताओं एवं शिक्षाविदों ने भी अपने विचार साझा किए। इस अवसर पर मैट्स यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति श्री गजराज पगारिया, कुलपति प्रो. के.पी. यादव, महानिदशक श्री प्रियेश पगारिया, उपकुलपति डॉ. दीपिका ढांड, कुलसचिव श्री गोकुलानंदा पंडा, बिज़नेस एवं मैनेजमेंट विभाग के विभागाध्यक्ष तथा आयोजक सहित विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष, प्राध्यापकगण, विद्वानगण, विभिन्न राज्यों के शोधार्थी, विद्यार्थीगण तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
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