पैट्रानोबिस । अमेरिका का बेहद करीबी दोस्त सऊदी अरब अब चीन के साथ नजदीकियां बढ़ा रहा है। मंगलवार को सऊदी किंग सलमान बिन ने चीन के राष्ट्र...
पैट्रानोबिस । अमेरिका का बेहद करीबी दोस्त सऊदी अरब अब चीन के साथ नजदीकियां बढ़ा रहा है। मंगलवार को सऊदी किंग सलमान बिन ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ फोन पर वार्ता की। इस दौरान उन्होंने चीन की तारीफ में जमकर कसीदे पढ़े। वहीं चीनी राष्ट्रपति शी ने भी हाल ही में बीजिंग में सऊदी अरब और ईरान के बीच हुई वार्ता की जमकर तारीफ की। उन्होंने इस वार्ता को दोनों देशों के बीच संबंधों को सुधारने में "महत्वपूर्ण" करार दिया।
चीन ने कराई थी डील
बीजिंग में पांच दिनों की बातचीत के बाद 10 मार्च को चीन ने कड़े प्रतिद्वंद्वियों ईरान और सऊदी अरब के बीच एक समझौता की घोषणा की थी। इस समझौते के तहत दोनों देश सात साल के अंतराल के बाद राजनयिक संबंधों को बहाल करने पर सहमत हुए थे। यह एक अप्रत्याशित कदम था, जिसने पश्चिम एशिया में चीन के बढ़ते प्रभाव की ओर इशारा किया है। ऐसा लग रहा है कि अमेरिका इससे अनजान था। अब इसे पश्चिम एशिया में अमेरिका के घटते रुतबे के तौर पर भी देखा जा रहा है।
कट्टर दुश्मन हुए एक
सऊदी-ईरान डील पर अपनी पहली टिप्पणी में शी जिनपिंग ने कहा, बंद दरवाजे के भीतर वार्ता "…सफलतापूर्वक आयोजित की गई और महत्वपूर्ण परिणाम हासिल किए, जिससे सऊदी अरब और ईरान को अपने संबंधों को सुधारने में मदद मिली।" उन्होंने कहा कि इसका "क्षेत्रीय देशों की एकता और सहयोग बढ़ाने व क्षेत्रीय तनाव कम करने पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ा है।" बता दें चीन की कराई इस डील के बाद, दो कट्टर दुश्मन राजनयिक संबंधों को फिर से शुरू करने और दो महीने के भीतर दूतावासों को फिर से खोलने पर सहमत हुए हैं।
सऊदी का समर्थन जारी रखेगा चीन
सोमवार को, ईरान और सऊदी अरब ने घोषणा की कि उनके शीर्ष राजनयिक रमजान के पवित्र महीने के अंत से पहले बीजिंग की कराई डील को आगे बढ़ाने के लिए मिलने पर सहमत हुए हैं। वहीं मंगलवार को टेलीफोन वार्ता के दौरान शी ने सलमान से कहा कि "क्षेत्रीय देशों के बीच तनाव उल्लेखनीय रूप से बढ़ रहा है" और यह (सऊदी-ईरान डील) एक उदाहरण है कि "विरोधाभास और मतभेद" को "बातचीत और परामर्श" के माध्यम से हल किया जा सकता है। शी ने कहा कि रियाद और तेहरान "अच्छे पड़ोसी की भावना को बनाए रखेंगे और बीजिंग में उनकी वार्ता के परिणामों के आधार पर अपने संबंधों में सुधार करना जारी रखेंगे।" जिनपिंग ने कहा, "चीन सऊदी-ईरानी वार्ता की आगे की प्रक्रिया का समर्थन जारी रखने के लिए तैयार है।"
चीन की "ईमानदारी से सराहना"
सऊदी अरब के किंग ने भी जिनपिंग की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि वह "सऊदी अरब और ईरान के संबंधों में सुधार के लिए मजबूत देने वाले" चीन की "ईमानदारी से सराहना" करते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि चीन वे एक प्रमुख जिम्मेदार देश के रूप भूमिका निभाई है। आधिकारिक चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, उन्होंने कहा, "चीन तेजी से क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मामलों में एक महत्वपूर्ण और रचनात्मक भूमिका निभा रहा है, जिसकी सऊदी अरब कद्र करता है।"
चीन सऊदी अरब का एक महत्वपूर्ण भागीदार हैं। यह साझेदारी असल में रविवार और सोमवार को और मजबूत हो गई जब सऊदी सरकार की दिग्गज कंपनी सऊदी अरामको ने कहा कि वह रोंगशेंग पेट्रोकेमिकल कंपनी के एक विशाल तेल परिसर में लगभग 3.6 बिलियन डॉलर में 10% हिस्सेदारी लेगी। रोंगशेंग पेट्रोकेमिकल एक चीनी कंपनी है।
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