कानपुर। कानपुर में बैंक ऑफ बड़ौदा की किदवईनगर शाखा से डेढ़ करोड़ के गहने गायब होने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने गहने...
कानपुर। कानपुर में बैंक ऑफ बड़ौदा की किदवईनगर शाखा से डेढ़ करोड़ के गहने गायब होने के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने गहने गायब करने वाले को गिरफ्त में ले लिया है। बताया जाता है कि इस्तेमल नहीं होने वाले लॉकर को काटने और दुरुस्त करने वाली कम्पनी के कर्मचारी ने ही जेवर उड़ाया था। पुलिस थोड़ी देर में पूरे मामले का खुलासा करेगी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक 2021 में ही दामोदर नगर निवासी व्यापारी अजय गुप्ता के लॉकर से 20 लाख और बसंत विहार निवासी सूर्य कुमार अवस्थी की पत्नी रमा अवस्थी के डेढ़ करोड़ के गहने गायब किए गए थे। रमा की बेटी श्रद्धा ने बताया कि उनका 50 प्रतिशत माल बरामद हो गया है, जबकि अजय गुप्ता के जेवर भी पुलिस को मिले हैं। बताया जाता है कि पकड़ा गया कर्मचारी रोहित शुक्ला गोदरेज कंपनी का है। पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड के अनुसार गिरफ्तार किया गया कर्मचारी कई अन्य बैंकों में भी जाता था। ऐसे में वहां भी लॉकर तोड़ने जैसी वारदात हो सकती है। फिलहाल बैंक के कर्मचारियों को क्लीन चिट नहीं दी गई है। नियमों का पालन नहीं किया गया है। बसंत विहार के सूर्य कुमार अवस्थी ऑर्डिनेंस फैक्टरी से रिटायर हैं। उनकी पत्नी रमा ने 2017 में इस शाखा में बेटी श्रद्धा के साथ लॉकर लिया था। रमा ने लॉकर में बेटी श्रद्धा, ननद और बहू के साथ ही अपने भी जेवर रखे थे। जिनकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ से अधिक थी। इंजीनियर पति संग नोएडा रहने वाली बेटी श्रद्धा ने बताया उसने जो लॉकर लिया था उसमें ससुराल के जेवर रखे थे। उसने अपने लॉकर से फरवरी 2020 में भाई के साले की शादी के लिए कुछ गहने निकाले थे। इसके बाद लॉकर को ऑपरेट नहीं किया था। शुक्रवार को वह मां रमा के साथ बैंक की शाखा पहुंची तो गहने गायब होने की जानकारी हुई। रमा अवस्थी के अनुसार 40 वर्ष पहले बैंक ऑफ बड़ौदा की किदवई नगर शाखा में खाता खुलवाया था। जब भी वह इस शाखा में आतीं तो बैंक कर्मी उनसे बैंक ऑफ इंडिया से लॉकर खत्म कर उनके यहां ट्रांसफर करने की बात कहते थे। झांसे में आकर उन्होंने वर्ष 2017 में यहां लॉकर ले लिया।
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