रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार स्कूली बच्चों को उनकी ही दादी-नानी से कहानी और लोकगीत सुनवा रही है। छत्तीसगढ़ी बोली-भाषा में स्वजन स्कूल आकर बच्चों क...
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार स्कूली बच्चों को उनकी ही दादी-नानी से कहानी और लोकगीत सुनवा रही है। छत्तीसगढ़ी बोली-भाषा में स्वजन स्कूल आकर बच्चों को कहानी सुना रहे हैं और सरकार इनकी लाइव रिकार्डिंग व इन कहानियों और लोकगीतों का दस्तावेजीकरण करवा रही है। भविष्य में इसे पठन-पाठन कार्य के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। स्कूल शिक्षा विभाग इसे डिजिटल फार्म में सुरक्षित करके इसे धरोहर के रूप में रखेगा। कुछ जगहों पर उपलब्धता के आधार पर स्थानीय स्तर पर लोक-कलाकार भी शामिल हो रहे हैं। कहानियों के दस्तावेजीकरण के बाद इन्हें स्कूलों में किताब के रूप में भी उपलब्ध कराया जाएगा।
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