वांशिगटन: हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर ऑस्ट्रेलिया अपने नौसैन्य बेड़े को आधुनिक बनाने के लिए अमेरिका में निर्मि...
वांशिगटन: हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव के मद्देनजर ऑस्ट्रेलिया अपने नौसैन्य बेड़े को आधुनिक बनाने के लिए अमेरिका में निर्मित परमाणु हथियारों से संपन्न पनडुब्बियां खरीदेगा और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इसकी घोषणा करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन सोमवार को सैन डिएगो की यात्रा पर हैं। जहां, वह अमेरिका के दो करीबी सहयोगी ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मिलेंगे। इस साझेदारी को ऑकस (एयूकेयूएस… ऑस्ट्रेलिया-यूके-अमेरिका) के रूप में जाना जाता है। बाइडेन सैन डिएगो, कैलिफोर्निया और नेवादा की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। उनका पहला पड़ाव सैन डिएगो है जहां, वह मॉन्टेरी पार्क, कैलिफोर्निया में बंदूक के इस्तेमाल से होने वाली हिंसा की रोकथाम और लास वेगास में दवा की लागत कम करने की योजनाओं पर चर्चा करेंगे। इसके अलावा, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन अल्बनीस और सुनक के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे जिनमें विभिन्न वैश्चिक चुनौतियों सहित रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के कारण उत्पन्न हालात और समन्वय पर चर्चा हो सकती है। इस बीच, चीन ने तर्क दिया है कि ऑकस सौदा परमाणु अप्रसार संधि का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि एक गैर परमाणु हथियार वाले देश में परमाणु हथियार वाले देश से परमाणु सामग्री का हस्तांतरण समझौते का उल्लंघन है। ‘‘सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज’’ में वरिष्ठ सलाहकार और ‘आस्ट्रेलिया चेयर’ के अध्यक्ष चार्ल्स एडेल ने कहा, “वास्तव में सवाल यह है कि चीन किस तरह की प्रतिक्रिया चुनता है क्योंकि ऑस्ट्रेलिया इससे पीछे नहीं हट रहा है। … ऐसा इसलिए क्योंकि ऑस्ट्रेलिया अपने हित में यह कर रहा है।”
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