नई दिल्ली । बिहार के कई जिलों में रामनवमी के मौके पर भड़की हिंसा थम नहीं रही है। शनिवार को सासाराम और बिहारशरीफ में फिर से हिंसा भड़क गई। व...
नई दिल्ली । बिहार के कई जिलों में रामनवमी के मौके पर भड़की हिंसा थम नहीं रही है। शनिवार को सासाराम और बिहारशरीफ में फिर से हिंसा भड़क गई। वहीं, नालंदा के बनौलिया इलाके में फायरिंग हुई। जिसके बाद पूरे इलाके में पुलिस की तैनाती कर दी गई। सासाराम के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को 4 अप्रैल तक बंद करने का फैसला किया गया। साथ ही कोचिंग संस्थानों को बंद करने के निर्देश जिला प्रशासन द्वारा जारी किया गया है। इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने लेटर भी जारी किया है। नालंदा हिंसा पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि बिहार सरकार में पहले मुख्यमंत्री पल्टूराम थे। अब उनके अधिकारी भी पल्टूराम हो गए हैं। रामनवमी का जुलूस पहले से तय था, तो सरकार सजग क्यों नहीं थी। सीएम नीतीश किसे बेवकूफ बना रहे हैं। क्या उनके आदेश के बिना नालंदा में धारा 144 लगी है। गिरिराज ने आगे कहा कि नीतीश कुमार की प्रशासन पर पकड़ नहीं है। इसलिए यदि वे नालंदा को नहीं बचा पाए, तो क्या नालंदा के हिंदू सब छोड़कर भाग जाए। अगर रामनवमी नालंदा में नहीं मने तो क्या पाकिस्तान, बांग्लादेश या मलेशिया में मनाई जाएगी। सासाराम के सफ्फुलागंज इलाके में शनिवार शाम को बम फेंके गए। पुलिस ने घरों तलाशी अभियान चलाया। इसमें आठ लोगों को हिरासत में लिया गया। यहां रामनवमी की शोभायात्रा के बाद से बवाल मचा हुआ है। सहजलाल इलाके में मोटरसाइकिल खड़ी करने और नारे लगाने को लेकर विवाद शुरू हुआ था। एक पक्ष ने वाहनों में तोड़फोड़ कर शोभायात्रा से लौट रहे लोगों पर जानलेवा हमला किया था। विरोध में शुक्रवार को दूसरा पक्ष सड़कों पर उतर आया। सासाराम के बस्ती मोड़, चौखड़ी, आदमखानी, और सोना पट्टी इलाके में पथराव हुआ। इस दौरान बम फेंके गए और कुछ घरों में आग लगा दी गई। अब तक 32 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
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