कानपुर । डीजीपी डॉ. राजकुमार विश्वकर्मा और स्पेशल डीजीपी प्रशांत कुमार ने कानपुर रेंज के अधिकारियों के साथ समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने 202...
कानपुर । डीजीपी डॉ. राजकुमार विश्वकर्मा और स्पेशल डीजीपी प्रशांत कुमार ने कानपुर रेंज के अधिकारियों के साथ समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने 2020 से लेकर मई 2023 तक हुए अनाउंटर पर भी चर्चा की। उनके मुताबिक ढाई सालों में 186 बदमाशों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। ये आंकड़े अब तक के सबसे ज्यादा हैं। इस आंकड़ों में बिकरू कांड में शामिल अपराधी भी हैं। बता दें कि 2 जुलाई साल 2020 में बिकरू गांव में वकास दुबे और उसके गुर्गों ने तत्कालीन सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों को गोलियों से भून डाला था। इस घटना के बाद पुलिस ने प्रेम पांडेय, अतुल दुबे, प्रभात मिश्रा और विकास दुबे को एनकाउंट में मार गिराया था। इसके अलावा अमर दुबे और प्रवीन दुबे का उनकाउंटर पुलिस ने दूसरे जिले में किया। दिलचस्प बात ये हैं कि पुलिस ने ढाई साल में जितने एनकाउंटर किए हैं उन सभी में आत्मरक्षा का हवाला दिया गया है। यानी 186 एनकाउंटर पुलिस ने आत्मरक्षा में किया है। डीजीपी ने पुलिस अधिकारियों के साथ हुई बैठक में कहा कि 144 एनकाउंटर के विवेचनाओं को निस्तारित करते हुए फाइनल रिपोर्ट लगा दी गई है। जबकी 20 एनकाउंटर की फाइलों में विवेचना अभी लंबित है। 129 ऐसी फाइलें हैं जिनमें लगी फाइनल रिपोर्ट को कोर्ट स्वीकृति देते हुए उन्हें दाखिल दफ्तर कर दिया गया है। डीजीपी को सौंपी गई रिपोर्ट के मुताबिक 141 एनकाउंटर के मामलों में मजिस्ट्रेट पूरी हो चुकी है। जबकी 23 मामलों की जांच चल रही है।
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